एमएसयू के राजनीति की मुख्यधारा में आने पर विमर्श
मधुबनी। मिथिला स्टूडेंट यूनियन (एमएसयू) का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार को डॉ. एनसी कॉलेज के सभागार में शुरू हुआ। इसका उद्घाटन एमएसयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज प्रखंड अध्यक्ष चंदन सिंह अनुमंडल प्रभारी विवेक राय पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आशीष झा चुन्नू अभिभावक संतोष झा पुन्नू एवं पंकज चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
मधुबनी। मिथिला स्टूडेंट यूनियन (एमएसयू) का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार को डॉ. एनसी कॉलेज के सभागार में शुरू हुआ। इसका उद्घाटन एमएसयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज, प्रखंड अध्यक्ष चंदन सिंह, अनुमंडल प्रभारी विवेक राय, पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आशीष झा चुन्नू, अभिभावक संतोष झा पुन्नू एवं पंकज चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
अधिवेशन के उद्घाटन के बाद राकेश झा ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। पहले दिन पहले सत्र में अविनाश भारद्वाज, महासचिव आदित्य मोहन झा, फाउंडर मेम्बर अनूप कुमार चैधरी, रिव्यू कमिटी सदस्य गोपाल चौधरी, संतोष झा, पंकज चैधरी मंचासीन हुए। जिन्होंने सत्र के अनुसार कार्यकर्ताओं के सवालों का जवाब दिया। अधिवेशन के दौरान सबसे अधिक चर्चा मिथिला स्टूडेंट यूनियन के आने वाले दिनों में मुख्य धारा की राजनीति में आना चाहिए कि नहीं, इस पर चर्चा हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने कहा कि हमने कई आंदोलन में खुद को इसलिए पीछे पाया कि हमलोगों के पास कोई राजनीतिक विचारधारा नहीं है। साथ ही कोई ऐसा प्रतिनिधि नहीं जो मिथिला क्षेत्र की आवाज सदन में उठा सके। अब समय आ गया हैं कि मिथिला स्टूडेंट यूनियन को जनता के बीच जाना चाहिए।
यूनियन के प्रदेश, जिला, प्रखंड, पंचायत से आए हुए पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं ने अधिवेशन में अपनी राय रखी व सवाल किए। अधिवेशन में सागर नवदिया, अमित ठाकुर, शिवेन्द्र वत्स, शशि अजय झा, रंधीर झा, रामबालक पासवान, आशीष झा चुन्नू, रोहित मिशु, मयंक विश्वास, विजय घनश्याम, प्रवेश झा, रंजन यादव, सुमित सिंह, विजय श्री टून्ना, प्रवीण झा, राम कुमार, जयप्रकाश, मृत्युंजय ठाकुर, विक्की दुबे, शाहनवाज हुसैन, प्रियंका कुमारी, राघवेन्द्र रमण, नीरज शेखर, नीतीश कश्यप, प्रियरंजन पांडेय, सुमित माउबेहटिया, राजा चैधरी, अभय झा डब्लू, सहित अन्य लोगों ने विचार प्रकट किए। सत्र एवं मंच संचालन रजनीश प्रियदर्शी, धीरज कुमार, सागर नवदिया ने किया।