सामूहिक हत्याकांड के 16 दिन बाद भी भय का माहौल, कैंप कर रही पुलिस
फोटो 13 एमडीबी 13 ----------------- - महमदपुर गैबीपुर व पौआम गांव में पुलिस की गश्ती जार
फोटो 13 एमडीबी 13
-----------------
- महमदपुर, गैबीपुर व पौआम गांव में पुलिस की गश्ती जारी
- महमदपुर गांव में अगले आदेश तक के लिए बनी पुलिस चौकी
-------------
बेनीपट्टी (मधुबनी), संस : बेनीपट्टी थाने के महमदपुर गांव में होली के दिन सामूहिक हत्याकांड के 16 दिन बीत जाने के बाद भी महमदपुर, गैबीपुर, पौआम समेत आसपास के गांवों में अभी भी भय का माहौल कायम है। शांति व्यवस्था कायम रखने एवं विधि व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस चौकसी बरत रहीं है। सामूहिक हत्याकांड के घटना के बाद अब भी गांव के लोग कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। गांव के सड़क एवं चौक-चौराहे व बाजार में पुलिस के जवान गश्त लगा रहे हैं। शाम होते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं। पुलिस के लिए महमदपुर सामूहिक हत्याकांड चुनौती बनी हुई है। महमदपुर, गैबीपुर, पौआम, भंड़ारी चौक एवं पीड़ित के घर के निकट सतर्कता बरती जा रही है। महमदपुर गांव में अगले आदेश तक के लिए पुलिस चौकी खोल दी गई है। धीरे-धीरे गांवों का माहौल पटरी पर लौट रहा है, लेकिन लोगों की जुबान पर अभी भी हत्याकांड के चर्चे हैं। मध्य विद्यालय महमदपुर में विशेष सशस्त्र पुलिस बल का कैंप खोला गया है। पुलिस हत्याकांड में संलिप्त आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी का सिलसिला जारी है। अभी भी कई आरोपित घर से फरार हैं। प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष राकेश कुमार रंजन ने बताया कि पुलिस बल पूरी सतर्कता बरत रही है। लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने एवं अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की जा रही है। अनुसंधान को प्रभावित करने वाला बयान ना दें : राजेश मधुबनी। महमदपुर की घटना दुखद व हृदय विदारक है। राजनेताओं के बयान अनुसंधान को प्रभावित करने वाले हैं। नेताओं को अफवाह नहीं फैलाना चाहिए। उक्त बातें पूर्व जिला परिषद राजेश यादव ने प्रेस वार्ता में कहीं। कहा कि कि यह घटना मिथिला के माथे पर कलंक है। पुलिस घटना का अनुसंधान कर रही है। इसमें सब को सहयोग करना चाहिए। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरा राजद से कोई वास्ता नहीं, चुनाव भी निर्दलीय लड़ा था। कहा कि धैर्य के साथ प्रशासन पर विश्वास रखें। अनुसंधान को प्रभावित करने वाला बयान जारी न करें।