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धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य नहीं हो सका पूरा, 51 फीसद रही उपलब्धि

मधुबनी। धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य पूरा करने में मधुबनी जिला सफल नहीं हो सका। जिला प्रशासन की लाख

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 11:04 PM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 11:04 PM (IST)
धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य नहीं हो सका पूरा, 51 फीसद रही उपलब्धि
धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य नहीं हो सका पूरा, 51 फीसद रही उपलब्धि

मधुबनी। धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य पूरा करने में मधुबनी जिला सफल नहीं हो सका। जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी लक्ष्य के विरुद्ध धान अधिप्राप्ति की उपलब्धि 51.24 फीसद पर ही सिमटकर रह गई। धान अधिप्राप्ति की निर्धारित अवधि भी बीत चुकी है।

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जिले को 1.05 लाख मीट्रिक टन धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य सौंपा गया था, लेकिन इसके विरुद्ध 54,027.408 मीट्रिक टन धान की ही अधिप्राप्ति की जा सकी। इससे जिले के महज 9868 किसान ही लाभान्वित हो सके। धान अधिप्राप्ति के एवज में किसानों को 93 करोड़ 27 लाख 83 हजार 473 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। किसानों को भुगतान की गई राशि का प्रतिशत 92.42 है। जिले में व्यापार मंडलों की संख्या 21 एवं पैक्सों की संख्या 399 है, लेकिन धान अधिप्राप्ति कार्य में 267 पैक्स एवं छह व्यापार मंडल ही संलग्न थे। अधिप्राप्ति किए गए धान के समतुल्य सीएमआर की मात्रा 36,198.36 मीट्रिक टन है। मिलों से संबद्ध पैक्स एवं व्यापार मंडलों की संख्या 273 है। एसएफसी को आपूरित सीएमआर की मात्रा 15 हजार 471 मीट्रिक टन है, जो 42.73 फीसद है। एसएसफी द्वारा पैक्स एवं व्यापार मंडलों को 39 करोड़ 29 लाख 25 हजार 665 रुपये भुगतान किया जा चुका है। जबकि, तीन करोड़ 84 लाख 05 हजार 815 रुपये भुगतान करना अवशेष बचा है। चार प्रखंडों ने की लक्ष्य से अधिक धान अधिप्राप्ति

जिले के 21 में चार प्रखंडों जयनगर, कलुआही, पंडौल और खजौली निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक धान अधिप्राप्ति करने में सफल रहे। निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध जयनगर 118 फीसद, कलुआही 110.37 फीसद, पंडौल 102.19 फीसद, खजौली 100.18 फीसद धान अधिप्राप्ति करने में सफल रहे। जबकि, लक्ष्य के विरुद्ध लदनियां 99.99 फीसद, लौकही 77.31 फीसद, राजनगर 75.71 फीसद, हरलाखी 67.12 फीसद, अंधराठाढ़ी 62.70 फीसद, खुटौना (लौकहा) 60.70 फीसद, बिस्फी 57.93 फीसद, बासोपट्टी 48.58 फीसद, मधवापुर 47.25 फीसद, बाबूबरही 35.81 फीसद, लखनौर 33.40 फीसद, झंझारपुर 31.85 फीसद, मधुबनी (रहिका) 76 फीसद फुलपरास 31.29 फीसद, बेनीपट्टी 30.79 फीसद, घोघरडीहा 26.73 फीसद एवं मधेपुर 25.46 फीसद धान की अधिप्राप्ति की है। इस प्रकार धान अधिप्राप्ति प्रतिशत में जयनगर प्रखंड टॉप पर रहा। जबकि, मधेपुर प्रखंड सबसे निचले पायदान पर। बीते पांच खरीफ विपणन मौसम की तुलना में इस बार रिकॉर्ड अधिप्राप्ति

चालू खरीफ विपणन मौसम में धान अधिप्राप्ति का जो लक्ष्य सौंपा गया था, उस लक्ष्य को भले ही जिला प्राप्त नहीं कर सका, लेकिन विगत पांच खरीफ विपणन मौसम की तुलना में इस बार धान की रिकार्ड अधिप्राप्ति हुई है। जिले में खरीफ विपणन मौसम 2015-16 में 7,140 किसानों से 40,837.89 मीट्रिक टन, खरीफ विपणन मौसम 2016-17 में 5,728 किसानों से 39,912.546 मीट्रिक टन, खरीफ विपणन मौसम 2017-18 में 4,598 किसानों से 24,243.25 मीट्रिक टन, खरीफ विपणन मौसम 2018-19 में 5,293 किसानों से 21,640.28 मीट्रिक टन एवं खरीफ विपणन मौसम 2019-20 में 5,948 किसानों से 33,476.74 मीट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति की गई थी। जबकि, वर्तमान खरीफ विपणन मौसम 2020-21 में निर्धारित अवधि 21 फरवरी तक जिले के 9,868 किसानों से 54,027.408 मीट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति की गई है।


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