पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थल त्यौंथ गढ़ में काली पूजा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी
मधुबनी। बेनीपट्टी प्रखंड के त्यौंथ गांव में पौराणिक ऐतिहासिक व प्राचीन स्थल त्यौंथ गढ़ में महाकाली पूजा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है।
मधुबनी। बेनीपट्टी प्रखंड के त्यौंथ गांव में पौराणिक ऐतिहासिक व प्राचीन स्थल त्यौंथ गढ़ में महाकाली पूजा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। मां काली मंदिर व भव्य रूप से बने पंडाल आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। अतिप्राचीन स्थल त्यौंथ गढ़ मां काली के दरवार में दिव्य अनुभूति व आलौकिक शांति मिलती है। बेनीपट्टी प्रखंड मुख्यालय से महज छह किलो मीटर की दूरी पर त्यौंथ गढ़ में दक्षिण महाकाली विराजमान हैं। दीपावली के दिन से चार दिनों तक भव्य रूप से महाकाली की पूजा व आरती होती है। तीन फीट के शिलाखंड पर आठ भुजा वाली हाथ में खर्ग लिये मां काली विराजमान हैं। पूजा समिति के अध्यक्ष धीरज राय, महासचिव विवेक राय, कोषाध्यक्ष मदन कुमार झा ने बताया कि त्यौंथ गढ़ पौराणिक धार्मिक स्थल है। मां काली की पूजा धूम धाम से होती है। मंदिर में बारहो माह पूजा व आरती होती है। संत बाबा माधवानंद कोलाचार्य के द्वारा स्थापित त्रिकुंड में मां काली की शमशान घाट की लकड़ी से हवन होता है। त्यौंथ गढ़ में तंत्र विद्या की सिद्धि के लिए भारत व नेपाल से श्रद्धालु आते हैं। चार बीघा के घने जंगल के बीच त्यौंथ गढ़ डीह है। इस प्राचीन स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने की आवश्यकता है। सुंदरवन में काली पूजा महोत्सव के आयोजन से माहौल बना भक्तिमय राजनगर। स्थानीय लोक आस्था के केंद्र सुंदरवन श्मशान भूमि में श्री श्री 108 महाकाली पूजा समिति के तत्वावधान में आयोजित 8 दिवसीय काली पूजा महोत्सव का आयोजन परवान पर है। आयोजन समिति के द्वारा बनाए गए भव्य पंडाल में शक्ति की अधिष्ठात्री देवी माता काली की भव्य प्रतिमा स्थापित कर पूर्ण भक्तिभाव के साथ पूजा अर्चना की जा रही है। माहौल भक्तिमय बना गया है। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सर्राफ व सचिव अनिल नायक ने बताया कि अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए समिति अध्यक्ष प्रमोद कुमार सर्राफ व सचिव अनिल नायक ने बताया कि सुंदरवन श्मशान भूमि में विगत 33 वर्षों से सार्वजनिक सहयोग से काली पूजा महोत्सव का आयोजन होता चला आ रहा है। इस स्थल पर स्थापित माता काली भक्तों को मुंह मांगा आशीर्वाद देती हैं। महोत्सव 21 नवम्बर तक चलेगा।