गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव के गांव का तालाब देख गदगद हुए सीएम
मधुबनी। जल संरक्षण के लिए तालाबों के जीणोद्धार को लेकर सरकार गंभीर हुई है। इस कड़ी में सिमरी का एक निजी तालाब मिसाल कायम कर रहा है।
मधुबनी। जल संरक्षण के लिए तालाबों के जीणोद्धार को लेकर सरकार गंभीर हुई है। इस कड़ी में सिमरी का एक निजी तालाब मिसाल कायम कर रहा है। जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर जिले के सिमरी गांव पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस तालाब का अवलोकन किया। गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. जगदीप नारायण सिंह की दादी स्व. फुलकुमारी देवी के नाम पर वर्ष 1927 में गांववासियों के लिए निर्मित इस तालाब का वर्ष 2018 में जीर्णाेद्धार कराया गया। पूर्व मुख्य सचिव की माता माधवी सिंह व पिता जगदीश नारायण सिंह की प्रेरणा से निर्मित जल संरक्षण के लिए एक मॉडल बने इस तालाब का अवलोकन कर सीएम काफी खुश नजर आ रहे थे। इस तालाब के तीन बड़े-बड़े घाट और भिडा की बेहतर ऊंचाई निश्चित रूप से बारिश के दिनों में जल संरक्षण का संकल्प को पूरा करेगा। तालाब के चहुंओर हरे-भरे वृक्ष पर्यावरण संरक्षण को बल प्रदान कर रहा है। तालाब भिडा पर जगह-जगह छोटे-छोटे गमलों में फूलों का पौधा रमणीय वातावरण बना रहा था। करीब एक बीधा में फैले इस तालाब के चारों आरे मिथिला पेंटिग भी की गई है। मुख्यमंत्री इस तालाब पर जाने के क्रम में श्रीरामजानकी मंदिर के करीब पहुंच कर शीष झुकाते हुए आस्था व्यक्त की। सिमरी पहली बार पहुंचे सीएम नीतीश कुमार इस तालाब की बेहतर रखरखाव तथा जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति यहां के लोगों का गहरा लगाव की सराहना कर रहे थे। निश्चित रूप से सिमरी का यह तालाब जिले के सरकारी, गैर सरकारी करीब 11 हजार तालाबों के लिए प्रेरणादायक साबित होगा। जाहिर है कि नीतीश सरकार राज्य के तालाबों की सूरत बदलने पर जोर दे रहे हैं। सिमरी गांव की इस तालाब की तरह जिले के सभी तालाबों के जीर्णोद्धार से आने वाले समय में जल संकट से निजात मिलेगा।