सीडीपीओ बोल पड़ीं, ऐसा आदेश रद्दी की टोकरी में फेंका रहता है
मधुबनी। पंचायत समिति की बैठक में सभी उस समय सन्न रह गए जब जिला पार्षद प्रेम नारायण झा ने कहा कि काको के झौआ में सेविका बहाली में आरक्षण रोस्टर का आरोप लगाया। कहा सीडीपीओ कार्यालय ने आरक्षण को बदलने की कोशिश की।
मधुबनी। पंचायत समिति की बैठक में सभी उस समय सन्न रह गए जब जिला पार्षद प्रेम नारायण झा ने कहा कि काको के झौआ में सेविका बहाली में आरक्षण रोस्टर का आरोप लगाया। कहा, सीडीपीओ कार्यालय ने आरक्षण को बदलने की कोशिश की। वहीं संबंधित विषय में एसडीओ के आदेश की प्रति दिखाने पर बैठक में मौजूद सीडीपीओ भड़क गईं। वह बोलने लगीं, ऐसा-ऐसा आदेश रद्दी की टोकरी में फेंका रहता है। उनके इस बयान सपर पूरा सदन शेम-शेम करने लगा।
मालूम हो कि काको के झौआ वार्ड-तीन में आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 204 पर सेविका की बहाली की जानी थी। यह पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था। पांच लोगों ने आवेदन किया था। इसमें से चार अति पिछड़ा वर्ग से और एक पिछड़ा वर्ग से थीं। नियमत: पिछड़ा वर्ग को यह सीट दी जानी चाहिए थी। लेकिन, बहाली नहीं की गई। बहाली की प्रक्रिया को टाल दिया गया। अभ्यर्थी जानकी कुमारी ने प्रतिवाद किया। उच्चाधिकारी को आवेदन दिया। तत्कालीन एसडीएम अंशुल अग्रवाल ने बीडीओ से जांच कराई। बीडीओ ने जांच प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक को सौंपी। रिपोर्ट में यह गड़बड़ी सामने आई। एसडीएम ने इस संबंध में आदेश जारी किया। मगर, आज तक वहां बहाली को रोककर रखा गया है। इसी सिलसिले में जिप ने सीडीपीओ को एसडीएम के आदेश की प्रति दिखाते हुए इस मामले में नियमत: कारवाई को कहा था। मगर, सीडीपीओ ने ऐसे आदेश को रद्दी की टोकरी में फेकने की बात कह दीं। बीडीओ ने कहा कि वे इस संबंध में उचित निर्णय लेंगे।