प्रत्याशियों को मतदाताओं की घोषणा पत्रों से हो रहा सामना
मधुबनी। विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ चुनावी सरगर्मी भी बढ़ने लगी है।
मधुबनी। विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ चुनावी सरगर्मी भी बढ़ने लगी है। इसबीच प्रत्याशियों के समक्ष मतदाताओं का अपना घोषणा पत्र भी पहुंचने लगा है। चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं के बीच जाने वाले प्रत्याशियों को मतदाताओं की घोषणा पत्रों का सामना करना पड़ रहा है। घोषणा पत्रों में स्थानीय समस्याओं को प्रमुखता देते हुए उसे चुनाव जीतने के बाद उसे पूरा करने का वादा मतदाता प्रत्याशियों से लेने लगे हैं। मतदाताओं का यह रूप देख प्रत्याशी भी अचंभित हो रहे हैं।
---------------
'मेरे घोषणा पत्र में प्राइवेट स्कूल के संचालकों की मनमानी पर रोक लगाने का वायदा करना शामिल है। लॉकडाउन के दौरान प्राइवेट स्कूल बंद होने के बाद भी स्कूल संचालकों द्वारा बच्चों के परिजनों से विभिन्न मद में के नाम पर हजारों रुपए लिए जा रहे हैं। प्राइवेट स्कूलों की मनमानी रोकने वाले प्रत्याशी को मेरे घोषणापत्र पर अमल करना होगा।'
- लालबाबू गुप्ता
-----------------
'जिला मुख्यालय से मंगरौनी जाने वाले सड़क की हालत जर्जर हो गई है। मेरे घोषणा पत्र में इस सड़क को जगह दी गई है। इस सड़क के निर्माण का वादा करने वाले प्रत्याशी के पक्ष में मेरा मत जाएगा। मधुबनी से मंगरौनी जाने वाली सड़क की हालत जर्जर होने से आम लोगों को वर्षों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर मतदाताओं को ठगा गया था। सड़क का निर्माण कार्य अबतक पूरा नहीं हो सका है।'
- फूलनाथ झा