50 बाल विज्ञानी हुए स्टेट अवार्ड के लिए चयनित
मधुबनी। 27वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के समापन समारोह के मुक्य अतिथि विधान पार्षद सुमन महासेठ ने संबोधित करते हुए कहा कि बहुत बातों का समाधान आप गूगल एवं किताब से कर लेते हैं लेकिन असली बातों का समाधान विज्ञान ही है।
मधुबनी। 27वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के समापन समारोह के मुक्य अतिथि विधान पार्षद सुमन महासेठ ने संबोधित करते हुए कहा कि बहुत बातों का समाधान आप गूगल एवं किताब से कर लेते हैं लेकिन असली बातों का समाधान विज्ञान ही है। विज्ञान जन-जन में छुपा हुआ है। जिसे समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। तभी हम समाज का विकास कर पाएंगे। पार्षद महासेठ ने कहा की अंधविश्वास को मिटाने के लिए वैज्ञानिक जागरूकता की आवश्यकता है। इसलिए हमें विज्ञान जागरूकता अभियान चलाना होगा। इस जिले में भी विज्ञान को आगे बढ़ाने में विद्यालय के निदेशक डॉ आर.एस. पांडेय, प्राचार्य मनोज कुमार झा, जिला समन्वयक संतोष कुमार 'चुन्नू' की भूमिका अहम है। यही कारण है की यह की छात्र/छात्रा विज्ञान के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय सत्र पर अपनी परचम लहरा चुके हैं।
विद्यालय के निदेशक एवं बाल विज्ञान कांग्रेस के राज्य संरक्षक डॉ. आर. एस. पांडेय ने कहा कि यहां की धरती विद्वान एवं विज्ञान की है। इस इतिहास को बच्चों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि आप इसकी चिता न करें कि मै क्यों नहीं जीता आप निश्चय ही जीतेंगे। विद्यालय के प्राचार्य एवं शैक्षणिक समन्वयक मनोज कुमार झा ने बच्चों को शुभकामना देते हुए कहा कि आप देश स्तर पर भी बिहार का नाम रौशन करें, यही मेरी शुभकामना है एवं समाज के कल्याणार्थ नए- नए आविष्कार आप बाल विज्ञानी करें। विद्यालय के शैक्षणिक निदेशक ई. प्रत्युष परिमल ने कहा कि शिक्षक कि जवाबदेही है कि अपने छात्र को विज्ञान के प्रति जागृत करें और अच्छी-अच्छी परियोजना को तैयार करने के लिए बच्चों का मार्गदर्शन करें।
इस अवसर पर अध्यक्षीय भाषण करते हुए साइंस फॉर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि बच्चों में प्रतिभा कि कमी नहीं हैं जरूरत है उसे निखारने कि और यह कार्य बाल विज्ञान कांग्रेस के द्वारा किया जा रहा है। वहीं साइंस फॉर सोसाइटी के महासचिव श्री राम पांडेय ने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है इसलिए विज्ञान के प्रति आप छात्र एवं शिक्षकों कि अहम भूमिका है। इस अवसर पर मो. जियाउल्लाह ने कहा कि मधुबनी ने यह सवित कर दिया है कि यह जिला विज्ञान के छेत्र में पीछे नहीं है। समापन समरोह में झा सभी निर्णायक मंडल के सदस्यों को पाग चादर से सम्मानित किया गया समारोह को कृपानंद आजाद, मनोज कुमार चौधरी, जटाधर झा, कुमार अवधेश, महेश सिंह,विद्यालय के प्रशासक राजीव कुमार आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर डॉ. कुमारी निमिषा ने तीन दिनों के मूल्यांकन के बाद 50 बाल विज्ञानी को स्टेट अवार्डी के रूप में चयन किया।