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एक कमरे में 1040 छात्रों के पढ़ने की विवशता

बेनीपट्टी में सरकार की लापरवाही व शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण सीता मुरलीधर प्लस टू उच्च विद्यालय बसैठ बदहाली की दौर से गुजर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Sep 2018 01:52 AM (IST)Updated: Fri, 28 Sep 2018 01:52 AM (IST)
एक कमरे में 1040 छात्रों के पढ़ने की विवशता
एक कमरे में 1040 छात्रों के पढ़ने की विवशता

मधुबनी। बेनीपट्टी में सरकार की लापरवाही व शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण सीता मुरलीधर प्लस टू उच्च विद्यालय बसैठ बदहाली की दौर से गुजर रहा है। उच्च विद्यालय में जहां संसाधन का घोर अभाव है वही सरकारी बद इंतजामी का खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। इस विद्यालय में जहां कुल 1040 छात्र-छात्राएं है वही शिक्षक की संख्या 15 है। भवन का अभाव रहने के कारण एक कमरे में एक हजार 40 छात्र-छात्राएं पढ़ने को विवश हैं। सीता मुरलीधर उच्च विद्यालय बसैठ की स्थापना 1951 ई. में हुई। 2008 ई. में प्लस टू का दर्जा मिला। वही वर्ष 2009 में प्लस टू विद्यालय भवन के निर्माण के लिए 39 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किये गये लेकिन भवन निर्माण कार्य ससमय नही होने के कारण 2011 में विद्यालय भवन के नाम पर आवंटित राशि वापस चली गयी। क्या है समस्या- सीता मुरलीधर प्लस टू उच्च विद्यालय बसैठ में संसाधन का घोर अभाव है। प्लस टू उच्च विद्यालय के पास जहां भवन का भारी अभाव है वहीं 1 कमरे में ही कक्षा लगाने की व्यवस्था है। इस विद्यालय के पूर्व के बने एक दर्जन कमरे क्षतिग्रस्त व जर्जर होकर खंडहर में तब्दील हो चुकी है। विद्यालय के पास पांच बीघा का विशाल भूखंड है। बाउन्डरी नही है, शौचालय की हालत बद से बदतर है, छात्रावास ध्वस्त है, कम्पयूटर शिक्षा नहीं है, चापाकल एक है जो बराबर खराब ही रहता है। शिक्षकों का है अभाव- सीता मुरलीधर प्लस टू उच्च विद्यालय में अंग्रेजी विषय का शिक्षक नहीं रहने से छात्र-छात्राओं को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है वही आदेशपाल दो है जबकि क्लर्क का अभाव है। भवन का है अभाव-

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इस विद्यालय बसैठ में बारह कमरे में दस कमड़े क्षतिग्रस्त है जबकि एक कमरे में वर्ग की संचालन होती है तथा दूसरे में कार्यालय संचालित की जाती है। बरसात के दिनों विद्यालय भवन के छतों से पानी टपकने के कारण पठन-पाठन व्यवस्था प्रभावित हो जाती है। क्या कहते छात्र एवं छात्राएं-

इस विद्यालय के छात्रा नहीदा प्रवीण, रूबी खातून, हाजरा प्रवीण, तंजीला खातून, नाहिद प्रवीण, जैनव प्रवीण, शबजीदा प्रवीण, छात्र मुरारी कुमार झा, अरविन्द्र कुमार ठाकुर ने बताया कि उच्च विद्यालय में संसाधन का घोर अभाव है एक ओर जहां शिक्षक की कमी है वही दूसरी ओर बरसात के दिनों विद्यालय भवन के छतों से पानी टपकने के कारण छुट्टी हो जाती है जबकि शौचालय की हालत दयनीय है वही कम्पयूटर शिक्षा की पढाई नहीं होती है। क्या कहतीं प्रभारी एचएम-

इस विद्यालय के एचएम गजाला प्रवीण कहतीं है कि विद्यालय के समस्याओं के संबंध में कई बार शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को पत्राचार किया गया लेकिन समस्या जश की तश है वहीं संसाधन के अभाव में परेशानी का दंश झेलना पर रहा है। जबकि प्लस टू उच्च विद्यालय में भवन की भारी अभाव है।


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