गांवों में बढ़ने लगा चुनावी शोर, प्रत्याशियों की छवि पर लोग कर रहे चर्चा
मधेपुरा। जिले में तीसरे चरण में सात नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन की
मधेपुरा। जिले में तीसरे चरण में सात नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
आलमनगर और बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र से दर्जनों प्रत्याशी चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। अपनी ओर से प्रत्याशी प्रचार और जनसंपर्क अभियान में जुट गए हैं। वर्तमान जनप्रतिनिधि पांच साल के विकास कार्य लोगों को बता रहे हैं। वर्तमान जनप्रतिनिधि लोगों से कह रहे हैं कि पांच साल जो मौका मिला। उसके बाद मुताबिक काम किया। फिर मौका मिलेगा तो और काम करेंगे। वहीं अन्य प्रत्याशी वर्तमान जनप्रतिनिधि के काम को लोगों के बीच नाकाफी बता रहे हैं। विरोधी पक्ष के प्रत्याशी वर्तमान जनप्रतिनिधि के काम को उंट के मुंह में जीरा का फोरन वाली कहावत बता रहे हैं। विरोधी कह रहे हैं कि वर्तमान जनप्रतिनिधि लोगों के भरोसे पर खड़े नहीं उतर पाए। विरोधी बेरोजगारी को भी मुद्दा बना रहे हैं। कुल मिलाकर सबके सब प्रत्याशी वोटरों के अपने पक्ष में करने की कवायद में जुटे हुए हैं। इन सब से इतर आम मतदाता अपनी बात सोचते हैं। मतदाता किसे वोट करेंगे
यह अभी तय नहीं किया है। यद्यपि मतदाताओं का कहना है कि पूरी तौर पर उनकी नजर में प्रत्याशियों के चेहरे सामने नहीं आया है। चेहरा सामने आने पर ही वह फैसला लेंगे। किसे वोट करेंगे। वोटरों ने यह जरूर कहा कि बेहतर छवि वाले प्रत्याशी को वोट करेंगे। गांव के दौरे के क्रम में जागरण टीम ने राह चलते और मचान पर बैठे लोगों से चुनाव को लेकर बातचीत की। इस दौरान रहटा गांव के एक पोखर के पास मचान पर बैठे लोगों के करीब पहुंचने। चुनाव को लेकर बातचीत का दौर शुरू किया। बातचीत की दौरान पहले लोगों ने चुनाव में वोट की बात पर चुप्पी साध ली। कुछ पल के बाद लोग हमसे पूछ बैठे की किस दल के प्रत्याशी है। जब हमने कहा कि किसी दल के प्रत्याशी नहीं बल्कि अखबार का रिपोर्टर हूं, तो लोग बातचीत को आगे आए। इससे पहले शायद लोग हमें प्रत्याशी समझ रहे थे। मचान पर राह चलते कुछ पल के लिए बाड़ाटेनी गांव के सुशांत कुमार बैठ हुए थे। उसने बताया कि वह ग्रामीण चिकित्सक है। जब उनसे पूछा गया कि किस प्रत्याशी को वोट करेंगे। विकास के क्या मुद्दे होंगे तो उन्होंने कहा कि वर्तमान सत्ता व्यवस्था को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि काम भी हुए हैं। सड़क, बिजली के क्षेत्र में काम हुआ। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था में इतना है कि लोग सुकून महसूस करतें हैं। जबकि पहले के सरकार में घर से बाहर निकला मुश्किल होता था। मचान पर ही बैठें रहटा गांव के ललन पासवान मजाकिया लहजे में कहतें हैं कि मैं ही जितूंगा। वहीं बैठी मंजू देवी कहती हैं कि अभी किसे वोट देंगे तय नहीं किया है। प्रत्याशी का चेहरा देखने के बाद खुलासा करेंगे। उसने यह कहा कि अच्छे छवि वाले प्रत्याशी को वोट करेंगे। वैसे उसने वर्तमान सरकार की व्यवस्था को सही बताया। रहटा गांव के ही जीतो कुमार का कहना है कि लोगों के लिए काम करने वालों को वोट करेंगे। अभी किसे वोट देंगे तय नहीं किया है । इसी तरह की बात गांव की बीबी अंशू ने कही।