किसानों को नहीं मिल रही यूरिया, कालाबाजारी का आरोप लगाया
प्रखंड क्षेत्र के किसानों को गेहूं की फसल में यूरिया खाद डालने के लिए बाजारों में दुकानों की दौड़ लगानी पड़ रही है।
संवाद सूत्र, कुमारखंड (मधेपुरा) : प्रखंड क्षेत्र के किसानों को गेहूं की फसल में यूरिया खाद डालने के लिए बाजारों में दुकानों की दौड़ लगानी पड़ रही है। इसके बावजूद आम किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। खाद दुकानदारों द्वारा खुलेआम खाद की कालाबाजारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार प्रखंड मुख्यालय समेत रामनगर बाजार, परमानंदपुर, रौता, बेलारी, रहटा, रानीपट्टी, टिकुलिया समेत अन्य गांव के खाद दुकानों में किसानों की भीड़ घटने का नाम नहीं ले रहा है। दिनभर खड़े किसान एक ओर जहां यूरिया खाद के बिना घर लौट रहे हैं वहीं कालाबाजारी में ऊंचे दर पर यूरिया खरीदने वाले किसान यूरिया खरीदकर घर लौट रहे हैं। इस समस्या के संबंध में राजद प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. वेदप्रकाश, कांग्रेस अध्यक्ष शत्रुधन भगत, पैक्स अध्यक्ष देवनंदन यादव, आपदा प्रबंधन अध्यक्ष संजय कुमार पप्पू ने बताया कि सरकार द्वारा जिस समय किसानों को खाद की आवश्यकता थी, उस समय यूरिया खाद का पर्याप्त भंडार बताया जा रहा था। परंतु किसान किसी तरह गेहूं की बोवाई तो कर चुके हैं अब गेहूं की सिचाई करने के बाद यूरिया खाद के लिए दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन अब पैक्स में डाई खाद उपलब्ध होने की बात बताया जा रहा है। किसानों और जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि बाजारों में यूरिया खाद की ब्लैक हो रही है। कहीं-कहीं ऊंची कीमत में किसानों को खाद मिल रही है। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी शंभूशरण सिंह ने बताया कि यूरिया खाद हर जगह उपलब्ध है।