सीनियर जोनल कबड्डी प्रतियोगिता के पुरुष वर्ग में मधेपुरा विजयी
जागरण संवाददाता मधेपुरा यूथ एसोसिएशन माया के चौथा स्थापना दिवस पर 47वीं बिहार राज सीनियर
जागरण संवाददाता, मधेपुरा: यूथ एसोसिएशन माया के चौथा स्थापना दिवस पर 47वीं बिहार राज सीनियर जोनल कबड्डी प्रतियोगिता व 20वीं बिहार राज्य सब जूनियर बालक/बालिका कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन बीएन मंडल विश्वविद्यालय के परिसर में किया गया। प्रतियोगिता का उद्घाटन परिवहन मंत्री शीला मंडल ने किया।
इस मौके पर मंत्री शीला मंडल ने कहा क खेल से शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। खेल हम अनुशासित होकर खेलते हैं और इससे अनुशासन की सीख मिलता है। बिहार कबड्डी के क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है।
उन्होंने कहा कि कबड्डी में मधेपुरा ने एक अलग पहचान बनाई है। मुख्य अतिथि डाक्टर एनके यादव ने कहा कि कोसी का इलाका खेल के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा हैं। पढ़ाई के साथ साथ खेल भी जीवन का एक अहम कार्य है। माया के अध्यक्ष राहुल यादव ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि इसी प्रकार आगे भी खेल का आयोजन होता रहेगा। जिला कबड्डी संघ के सचिव अरुण कुमार ने बताया कि 47 वीं बिहार राज्य सीनियर पुरुष वर्ग में मधेपुरा ने 60 अंक प्राप्त कर विजेता कप पर कब्जा जमाया। जबकि सुपौल की टीम ने 56 अंक प्राप्त कर उपविजेता रही। महिला वर्ग में पूर्णिया की टीम ने 48 अंक प्राप्त कर विजेता कप पर कब्जा जमाया, जबकि मधेपुरा की टीम 28 अंक प्राप्त कर उपविजेता रही। 20वीं बिहार राज्य सब जूनियर बालक वर्ग में सुपौल की टीम ने 28 अंक प्राप्त कर विजेता कप पर कब्जा जमाया। सहरसा की टीम ने 23 अंक प्राप्त कर उपविजेता रही। बालिका वर्ग में मोतीपुरा की टीम ने 29 अंक प्राप्त कर विजेता रही, जबकि पूर्णिया की टीम ने 11 अंक प्राप्त कर उपविजेता रही। सचिव अरुण कुमार ने बताया कि जिला कबड्डी संघ रेफरी बोर्ड चेयरमैन सह व्याख्याता मनीष कुमार के देखरेख में प्रतियोगिता संपन्न हुआ। प्रतियोगिता को संपन्न कराने में कबड्डी संघ के संयुक्त सचिव प्रवीण कुमार, रितेश रंजन, कबड्डी संघ के कोषाध्यक्ष गुलशन कुमार, रेफरी बोर्ड के वरीय सदस्य राहुल कुमार, नीरज कुमार, आनंद कुमार, रूपेश कुमार, रोशन कुमार, लूसी कुमारी, मिथिलेश कुमार, ललन कुमार,सनोज कुमार,पप्पू कुमार, मनीष कुमार, सज्जाद आलम, अग्रणी भूमिका निभाई सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह खिलाडियों के बीच पहुंच कर हौसला बढ़ाया।