शोधार्थियों से देश और समाज को है काफी उम्मीद
संवाद सूत्र सिंहेश्वर (मधेपुरा) बीएन मंडल विवि में हिदी विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्री
संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : बीएन मंडल विवि में हिदी विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार विविध कार्यक्रम के साथ संपन्न हो गया। हिदी साहित्य विविध संदर्भ पर आयोजित सेमिनार में विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभागियों ने अपनी राय रखी। प्रतिभागियों ने हिदी साहित्य को काफी लोकप्रिय और सशक्त बताते हुए इसके और बेहतरी की कामना की।
यूनिवर्सिटी आफ नार्थ बंगाल सिल्लीगुड़ी में हिदी की अध्यक्ष प्रो. मनीषा झा ने कहा कि रेणु साहित्य पढ़ने के बाद कोसी आने की प्रबल इच्छा थी। सेमिनार में कई विभागों से जुड़े शिक्षक और छात्र शामिल हुए यह सफलता का सूचक है। हिदी साहित्य का इतिहास काफी पुराना है। आलेख काफी प्रशंसनीय रहा। हिदी के शोधार्थी रेणु पर अधिक से अधिक शोध कर अपने क्षेत्र का मान बढ़ाए। शोधार्थियों से देश और समाज को काफी उम्मीद है। तकनीकी सत्र में अध्यक्ष प्रो. डा. मनीषा झा, सह अध्यक्ष प्रो. विनय चौधरी, संचालन डा. सिद्धेश्वर कश्यप ने किया। सेमिनार में प्रियंका ने साहित्यिक पत्रकारिता-सांस्कृतिक संदर्भ, काजल ने हिदी व्यंग्य उपन्यास-राजनीतिक संदर्भ पर अपनी बात रखी। ममता कुमारी ने स्त्री विमर्श पर अपना आलेख पढ़ी। रूपम ने हिदी का आलोचनात्मक साहित्य पर अपनी बात रखी। डा. संजय कुमार परमार ने साहित्य और अर्थशास्त्र पर अपना आलेख प्रस्तुत किया। अनुभा ने समकालीन हिदी कथा में पारिवारिक संदर्भ, विशाल भारती ने हिदी के वर्तमान पत्रकारिता, डा. इंदू ने रेणु के उपन्यासों में आंचलिक संदर्भ, जेएनयू के डा. रत्नेश ने रघुवर की पत्रकारिता शिवहरि ने कबीर दर्शन, धर्मेंद्र दास ने हिदी कहानियों में आदिवासी को चित्रित किया। समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर डा. मीरा कुमारी, डा. पूजा गुप्ता, डा. शेफालिक शेखर, विभीषण कुमार, डा. दीपक कुमार सिंह, रत्नेश कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
हास्य व्यंग कविता ने लोगों का मन मोहा बीएनएमयू के हिदी विभाग में आयोजित सेमिनार में काव्य गोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। काव्य गोष्ठी में देश भक्ति, हास्य व्यंग, कुरीति, पर्यावरण, राजनीति सहित अन्य मुद्दों पर कवियों ने काव्य पाठ किया। इसकी अध्यक्षता प्रो. विनय कुमार चौधरी ने किया।
प्रो. मनीषा झा ने स्त्री पर अपनी कविता पाठ किया। मुजफ्फरपुर के हरिहर बाबा की मानव पर आधारित कविता पाठ की लोगों ने सराहना की। अभय कुमार ने मानव के शहर में मानव को ढूंढता हूं ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। कवि सम्मेलन में मनीषा झा, सियाराम मयंक, डा. इंदू, यशवंत यश, आशीष अम्न, डा. अमोल राय, प्रो. सचिद्र, धीरज कुमार, डा. सर्वर मेहदी, अमित मिश्रा, सिद्धेश्वर काश्यप, अभय कुमार अमर, राकेश द्विजराज, रामटहल दास, ममता कुमारी सहित अन्य ने अपनी कविता पाठ की। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. उषा सिन्हा ने किया।