टूटी सड़क पर उड़ रही धूल, बीमार हो रहे लोग
मधेपुरा। एनएच 106 व 107 के किनारे बसे लोग बीमार हो रहे हैं। श्वांस संबंधी बीमारी बढ़ती जा
मधेपुरा। एनएच 106 व 107 के किनारे बसे लोग बीमार हो रहे हैं। श्वांस संबंधी बीमारी बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि हर माह अस्पताल में 300 लोग पहुंच रहे हैं। यह सब उड़ती धूल के कारण हो रहा है। स्थिति काफी गंभीर है। सदर अस्पताल के चिकित्सक की माने तो धूल से दमा, खुजली, साइनेक्स संबंधी बीमारी होती है। कभी-कभी तो धूल से होने वाली बीमारी जानलेवा साबित होता है। आइजीआइएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल की मानें तो पटना में मधेपुरा से एक साल के दौरान 435 लोग श्वांस संबंधी बीमारी को लेकर पहुंच चुके हैं। वहीं सड़क किनारे रहने वाले राजेश कुमार, शुभम कुमार, अंजनी देवी, व रमेश कुमार कहते हैं कि सड़क किनारे घर होने के कारण काफी परेशानी होती है। घर में भी मूंह पर रूमाल लेकर रहना पड़ता है।
--घरों के दीवारों पर है धूल की चादर
सड़क किनारे घर पर धूल की चादर चढ़ा हुआ है। घर के लोग धूल झाड़ते-झाड़ते थक जाते हैं। उदा गांव के शंकर कुमार की मानें तो काफी परेशानी होती है। अब तो लगता है कहीं दूर जाकर रहना होगा। घर के लोग लगातार बीमार हो रहे हैं। घर तो धूल से ढका रहता है। सड़क खराब रहने के कारण कोई वाहन गुजने से धूल का गुब्बारा उठता है। सड़कों पर उड़ता धूल घरों के अंदर जाता है। धूल इतनी रहती है कि इस बात अंदाजा लगाना मुश्किल होता है कि घर की छत फूंस का है या चदरे की।
-जल्द नहीं हुआ सड़क का निर्माण को होगा आंदोलन
सड़क किनारे बसे लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। कई बार जनप्रतिनिधि, अधिकारी को समस्या बताई गई। लेकिन कोई निदान नहीं निकल पाया है। या तो वे लोग जगह छोड़ दें तभी समस्या से निजात मिलेगी। या जल्द सड़क का निर्माण हो। यह स्थिति मधेपुरा से मुरलीगंज व जिला मुख्यालय से उदाकिशुनंज के बीच का है। वहीं उदाकिशुनगंज से चौसा तक की स्थिति भी ठीक नहीं है। एसचएच 58 भी खराब रहने के कारण धूल उड़ती है। मधेपुरा से सहरसा जाने में भी काफी परेशानी होती है। बाइक चालक तो धूल से पूरे भर जाते हैं।