महाष्टमी शुरू, भक्तिभाव से की जा रही है पूजा, सातवें दिन माता के कालरात्रि स्वरूप की हुई अराधना
मधेपुरा। शारदीय नवरात्र को ले जिलेभर में लोगों में उत्साह चरम पर है। सरकार द्वारा जारी
मधेपुरा। शारदीय नवरात्र को ले जिलेभर में लोगों में उत्साह चरम पर है। सरकार द्वारा जारी किए गए सख्त गाइडलाइन के बाद भी लोगों के उत्साह पर कोई अंतर नहीं पड़ रहा है। शुक्रवार को माता के कालरात्रि स्वरूप की पूजा विधि-विधान एवं पूरी श्रद्धा के साथ भक्तों ने की। शुक्रवार को देवी जागरण एवं महाष्टमी को ले लोगों में काफी उत्साह है। देवी जागरण के बाद जिले के सभी मंदिरों में आज से श्रद्धालु मां दुर्गा के दर्शन कर पाएंगे। वहीं महाष्टमी के शुरू होने के बाद व्रती आज से विशेष पूजा अर्चना कर अपने एवं परिवार के उज्जवल भविष्य की कामना करती है। शहर के बड़ी दुर्गा मंदिर, सुभाष चौक स्थित बंगाली दुर्गा मंदिर, गोशाला परिसर स्थित मंदिर में मां दुर्गा की स्थापित प्रतिमा के दर्शन करने व सांझ देने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं के द्वारा नियमों का पालन करवाने के लिए मास्क पहनकर आने के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जाती है। 25 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन का निर्देश
दुर्गा पूजा को लेकर सरकार के गाइडलाइन के अनुसार 25 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन का निदेश जारी किया गया है। बताते चलें कि पूजा को ले दशमी को जातरा के बाद विधिवत पूजा के बाद ही माता के प्रतिमा को विसर्जित किया जाता है। दशमी विहित पूजा अर्चना 26 अक्टूबर को होगी। क्योंकि दशमी के रहते उस दिन सूर्य उदय के बाद ही देवी के दशमी की पूजा होती है। इसके बाद ही प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना को ले सरकार के द्वारा गाइडलाइन के अनुसार से इस बार 25 को प्रतिमा विसर्जित की जाएगी। पूजा कमेटी के सदस्यों के द्वारा सरकारी गाइडलाइंस को ले एसडीओ से मिलकर इस पर चर्चा की। इसको लेकर एसडीओ नीरज कुमार ने बताया कि सरकारी गाइडलाइन के अनुसार ही प्रतिमा का विसर्जन एवं अन्य कार्य होंगे। मंदिर का पट खुलते ही उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ संवाद सूत्र, पुरैनी (मधेपुरा): नवरात्रा में सप्तमी को मंदिर का पट खुलते ही श्रद्धालुओं ं की भीड़ उमड़ पड़ी। शुक्रवार को मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना हुई। इसको ले सुबह से ही मंदिरों में काफी संख्या में श्रद्धालुओं का आना शुरु हो गया था। क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में भी वैदिक मंत्रोच्चार एवं पूरी निष्ठा के साथ मां दुर्गा के सातवें स्वरूप की पूजा की गई। मंदिर में आ रहे श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर आने के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया। वहीं मंदिर में कम संख्या में ही श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इससे शारीरिक दूरी का पालन हो सके। वहीं सप्तशती पाठ व अखंड चंडी पाठ होने माहौल भक्तिमय बना हुआ है। मंदिर में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं के जयकारे से पूरा माहौल भक्ति के रंग में रंग चुका है। क्षेत्र रायब्रदर्स दुर्गा मंदिर, काली स्थान पुरैनी, मकदमपुर,चंडी स्थान, भगवती मानस कामना मंदिर खेरहो पूर्वी में नवरात्रा को लेकर काफी चहल-पहल देखी जा रही है। बताते चलें कि नवरात्र में उपवास करने वाली व्रती मंदिरों में पूजा-अर्चना के बाद दीप प्रज्वलित करने के बाद ही अन्न-जल ग्रहण करती है। नियमों का पालन करते हुए मंदिर पहुंच रहे श्रद्धालु संवाद सूत्र, शंकरपुर (मधेपुरा): शारदीय नवरात्र को ले नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालु माता के दर्शन करने मंदिर पहुंच रहे हैं। क्षेत्र में दुर्गा मंदिर चौराहा, जीतपुर, बसंतपुर, रायभीर, छपरिया टोला, सोनबर्षा, झरकाहा में देवी का प्रतिमा स्थापित की गई। वहीं सातवें दिन काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। महाष्टमी शुरु होने एवं देवी जागरण के बाद से मां के दर्शन के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसको लेकर आयोजन समिति के द्वारा नियमों का पालन करवाने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।