अपराधियों के निशाने पर सीएसपी संचालक
मधेपुरा। जिले में अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट सीएसपी संचालक बन रहे हैं। आए दिन कहीं न
मधेपुरा। जिले में अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट सीएसपी संचालक बन रहे हैं। आए दिन कहीं न कहीं से सीएसपी संचालक से लूटपाट की खबरें आ रही है। लूट के दौरान कई सीएसपी संचालकों को बदमाशों ने गोली भी मार दी है। लगातार सीएसपी संचालकों से हो रही लूटपाट से सीएसपी संचालकों में भय का माहौल व्याप्त है। मुख्य शाखा से रुपया लाना और जाना खतरे का सबब बना हुआ है। बीते एक माह के दौरान ही आधा दर्जन सीएसपी संचालकों से लूट की वारदात घटित हो चुकी है। सिर्फ सिंहेश्वर थाना क्षेत्र में एक माह के दौरान तीन सीएसपी संचालकों से लूट की वारदात हो चुकी है। अभी हाल में 19 दिसम्बर को सिंहेश्वर थाना क्षेत्र में एसबीआइ के सीएसपी संचालक से बुढ़ावे के समीप एक लाख छह हजार रुपया लूट लिया गया। इस मामले में अब तक एक भी अपराधियों की गिरफ्तारी नही की जा सकी है। अपराधियों की गिरफ्तारी नही होने से घटना बढ़ती ही जा रही है।
वहीं 22 नवम्बर को गम्हरिया थाना क्षेत्र के रुपौली में सीएसपी संचालक से 40 हजार रुपये लूट ली गई थी। वहीं सिंहेश्वर थाना क्षेत्र में केनरा बैंक के सीएसपी संचालक से पावर ग्रिड के पास एक लाख 46 हजार रुपये की लूट की गई। इससे पहले अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कई सीएसपी संचालकों से लूट की वारदात हो चुकी है।
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बिना सुरक्षा के करना होता है लेन-देन
सीएसपी संचालकों को अक्सर बैंक से रुपयों का लेन-देन करना होता है। बैंक शाखा से रुपयों की निकासी कर अक्सर लाना होता है। बैंक से सीएसपी तक रुपया लाने के क्रम में बैंक अथवा पुलिस द्वारा कोई सुरक्षा नहीं दी जाती है। इसीलिए बदमशों को यह आसान टारगेट लगता है। बैंक से रुपया निकालकर वापस सीएसपी लौटने के क्रम में लूट की अधिकांश वारदात हो रही है। दरअसल सभी बैंकों द्वारा बैंक शाखा के बोझ को कम करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में काफी तादाद में सीएसपी खोले गए हैं। लेकिन रुपया लाने अथवा ले जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। सीएसपी संचालकों को ही बैंक से रुपया लाने अथवा जमा करने के लिए आना जाना होता है। इस दौरान किसी भी प्रकार की सुरक्षा प्रदान नहीं की जाती है। बदमाश इसका लाभ उठा रहा है।
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मई में चर्चित रहा था सीएसपी संचालक हत्याकांड
मई में सिंहेश्वर थाना क्षेत्र में ही बैंक ऑफ बड़ोदा के सीएसपी संचालक नीरज मिश्रा की हत्या कर दी गई थी। मधेपुरा से रुपया लेकर वापस घर लौटने के क्रम में घर से महज कुछ दूर पहले ही हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने लूट के दौरान हत्या किए जाने की बात कही। सीएसपी के रुपया को मधेपुरा बैंक से निकालकर घर आने के दौरान ही यह हत्या हुई थी। मामले में एक गिरफ्तारी भी हुई। हत्याकांड को लेकर कई दिन यह मामला अखबारों की सुर्खियों में रही थी।
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सीएसपी संचालक के साथ बैठक कर निर्देश दिया गया था कि अगर वे अधिक राशि की निकासी या जमा करते हैं तो इसकी सूचना पुलिस को पहले दें। ताकि पुलिस अभिरक्षा में राशि का ले जाया जा सके। लेकिन सीएसपी संचालक इसकी सूचना संबंधित थाना को नहीं दे रहे। इस कारण घटना हो रही है। फिर भी पुलिस सक्रिय है। बदमाशों की गिरफ्तारी की जाती है।
अमरकांत चौबे
प्रभारी एसडीपीओ, मधेपुरा