फुलौत में बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिल रही सरकारी सहायता
मधेपुरा। कोसी के कहर का शिकार बने बाढ़ पीड़ित अभी सड़क किनारे रहने को विवश हैं।
मधेपुरा। कोसी के कहर का शिकार बने बाढ़ पीड़ित अभी सड़क किनारे रहने को विवश हैं। फुलौत पश्चिमी पंचायत के सपनी मुसहरी,घसकपुर वासा,पंदही वासा,झंडापुर वासा,तियर टोला और नवटोलिया में कोसी के कहर की वजह से टापू की स्थिति बनी हुई है। फुलौत पूर्वी पंचायत के बड़ी खाल,बरबिग्घी,पिहोरा वासा,करैल वासा और नवटोलिया का देखा जा सकता है। हालांकि इन दोनो पंचायतो के अलावे मोरसंडा पंचायत के परवत्ता टोला,श्रीपुर वासा,रामचरण टोला,मोरसंडा गोठ,अमनी वासा,कदवा वास,करैलिया मुसहरी,धनेशपुर,जपती टोला,धानेमाने डीह,ढ़ोढाय वासा इन गांवों के लोग घर में पानी प्रवेश किये जाने के बाद घर को खाली कर धनेशपुर-मोरसंडा सड़क के किनारे परिवार सहित माल मवेशी लेकर प्लास्टिक टांग जिन्दगी गुजार रहे है। इस गांव चारो तरफ पानी फैल जाने के कारण उनके मवेशियों को चारा लाने चौसा व पुरैनी की ओर जाना पड़ता है। गुरुवार को बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि मक्के की रोटी,नमक और चापाकल से निकलने वाली दूषित पानी का सेवन करने को मजबूर हैं। हालांकि इन परिवारों के बीच सूखा राशन चुड़ा,चीनी एवं अन्य का वितरण किया गया है। वहां के दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि राहत शिविर दूर होने के कारण वे लोग गांव में भोजन पकाकर रूखा,सूखा खाकर समय काट लेते है। चौसा के सीओ आशुतोष कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में क्षति पूर्ति के सूची बनाकर बाढ़ प्रभावित इलाके में सूखा रासन तथा परिवारों को प्लास्टिक कीट का वितरण किया जा चुका है।