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साक्षरता कर्मियों को हटाने की हो रही साजिश

मधेपुरा: जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष अपने विभिन्न मांगों को लेकर साक्षरता कर्मी महासंघ न

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 May 2018 07:00 PM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 07:00 PM (IST)
साक्षरता कर्मियों को हटाने की हो रही साजिश
साक्षरता कर्मियों को हटाने की हो रही साजिश

मधेपुरा: जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष अपने विभिन्न मांगों को लेकर साक्षरता कर्मी महासंघ ने धरना प्रदर्शन कर सरकार के विरूद्ध नारेबाजी किया। साक्षरता कर्मी महासंघ के जिला संयोजक जानेश्वर शर्मा ने कहा कि साक्षरता संविदा कर्मियों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। साजिश के तहत जनशिक्षा निदेशालय साक्षरता कर्मियों को सरकार हटाने का प्रयास कर रही है। समन्वयक ने कहा कि साक्षर भारत कार्यक्रम एवं अक्षर आंचल योजना के अंर्तगत कार्यरत प्रेरक, प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक, प्रखंड लेखा समन्वयक, शिक्षा समन्यवक एवं केआरपी वर्षो से कार्यरत हैं। इनकी सुधी लेने वाली कोई नहीं है। सरकार साक्षरता कर्मी,टोला सेवकों एवं शिक्षा स्वयं सेवकों का वर्षो से लंबित मानदेय का भुगतान नहीं कर रही है। साक्षरता कर्मियों ने कहा कि सरकार अगर हमलोगों की मांगों को गंभीरता से नहीं लेती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। मौके पर महासंघ के मीडिया प्रभारी सुमित कुमार, कार्यक्रम समन्वयक विष्णुदेव ठाकुर, वेदानंद शर्मा, उपेंद्र दास, प्रमोद चौधरी, आलम अली, संजू कुमारी, हनुमान कुमार, अनिल कुमार, परमानंद मंडल, संजय कुमार, ओमप्रकाश पासवान, गजाधर ऋषिदेव सहित अन्य मौजूद थे।

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इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन :

संविदा साक्षरता कर्मी का बकाया लंबित भुगतान एक सप्ताह के अंदर किया जाए

चयनित प्रेरक एवं समन्वयक नियमित कर वेतनमान दिया जाए

सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार समान का समान वेतन का निर्धारण किया जाए


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