नई पीढ़ी को नेताजी के राष्ट्रप्रेम व त्याग को जीवन में उतारने की जरूरत
संवाद सूत्र सिंहेश्वर (मधेपुरा) छात्र संगठन एआइएसएफ की बीएनएमयू इकाई ने नेताजी सुभाष चंद्र

संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : छात्र संगठन एआइएसएफ की बीएनएमयू इकाई ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती धूमधाम से मनाई। इस मौके पर उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया।
संगठन के बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े नेताओं में शामिल थे। उनका योगदान व त्याग आजादी के आंदोलन और आजादी के बाद के सफर का महत्वपूर्ण रहा। विपुल प्रतिभा के धनी सुभाष चंद्र बोस सिर्फ आजादी के आंदोलन के दौरान ही नहीं बल्कि वर्तमान में भी युवाओं में सर्वाधिक लोकप्रिय आदर्श के रूप में स्थापित हैं। अल्प समय में उस समय आइसीएस की परीक्षा पास करने के बाद भी तत्कालीन ब्रिटिश सरकार के अंदर नौकरी न कर उन्होंने अपनी प्रतिभा व राष्ट्रप्रेम को दर्शाया था। राठौर ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के राष्ट्रप्रेम व त्याग को जीवन में उतारने की जरूरत है। यह दुखद है कि आजादी के बाद कई सरकारें आई और गई लेकिन उनकी रहस्यमय मौत की गुत्थी आज तक नहीं सुलझाया गया देश को अपने नायक के मौत की सही जानकारी नहीं होना किसी काले अध्याय से कम नहीं। मौके पर राजू, धर्मेंद्र, जितेंद्र, रौशन, पिकी, सूरज, आशा, प्रियंका, संजय, पार्वती, वीरेंद्र, राहुल व मुकेश आदि ने भी नेताजी को नमन किया।
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