शहर के होटलों व लॉजों को बनाया जाएगा क्वारंटाइन सेंटर
मधेपुरा। शहर के आवासीय होटल लॉज व कॉलेज के हॉस्टलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा
मधेपुरा। शहर के आवासीय होटल, लॉज व कॉलेज के हॉस्टलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा सकता है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सिविल सर्जन को दिशा निर्देश जारी किया है। निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग की टीम होटल, लॉज व कॉलेज के हॉस्टल की सूची बनाने की तैयारी में जुट गई है। कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ने की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग इन जगहों को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील करेगा।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के खतरा को देख स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव द्वारा सिविल सर्जन को पत्र लिखकर क्वारटाइन सेंटर और आइसोलेशन सेंटर के संचालन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।
संदिग्ध लोगों की संख्या बढ़ने को लेकर सतर्क कोरोना के संदिग्ध लोगों की संख्या बढ़ने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुट गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि विदेश से आए सभी लोगों को सैंपल लेकर क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाए। वहीं रिपोर्ट में कोविड-19 पॉजिटिव आने वाले व्यक्ति को अस्पतालों में संचालित आइसोलेशन सेंटर सह ट्रीटमेंट सेंटर में रखा जाए। आइसोलेशन सेंटर में समुचित इलाज की व्यवस्था उपलब्ध होने की बात कही गई है। प्रधान सचिव ने कहा है कि क्वारंटाइन सेंटर में भी भोजन, सुरक्षा, चिकित्सा कर्मी, साफ-सफाई और हाउस कीपिग की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
होटलों व हॉस्टलों चिह्नित करने का कार्य शुरू कोरोना वायरस के संदिग्ध लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शहर के प्रमुख होटल, लॉज व हॉस्टल में क्वारंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है। इसको लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहल शुरू की गई है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो मरीजों की संख्या बढ़ने पर होटल व हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा। राज्य स्वास्थ्य मुख्यालय से क्वारंटाइन सेंटर के लिए चिह्नित किए जाने वाले जगहों के लिए कुछ गाइड लाइन भी जारी किया गया है। जारी किए गए गाइड लाइन के मुताबिक होटल, लॉज व हॉस्टल में आवश्यकतानुसार कमरों की उपलब्धता सुनिश्चित हो। चिह्नित जगहों पर शौचलययुक्त कमरे उपलब्ध हो। इसके अलावा बिजली, पानी, साफ-सफाई, खानपान तथा कचरा निस्तारण की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए।
क्वारंटाइन सेंटर में होगी चिकित्सक व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति 50 बेड से कम पर दो एएनएम व एक चिकित्सक -50 से 100 बेड पर चार एएनएम और दो चिकित्सक -100 से 200 बेड पर छह एएनएम और दो चिकित्सक -क्वारंटाइन सेंटर में पंजी का संधारण रिसेप्शन पर किया जाएगा
कोट संदिग्ध मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्वारंटाइन सेंटर की संख्या बढ़ाने क निर्देश दिया गया है। इसके लिए होटल, लॉज व कॉलेज के हॉस्टलों को चिह्नित किया जा रहा है। चिह्नित स्थलों पर बेड के हिसाब से चिकित्सक व पारा मेडिकल कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। -डॉ. सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, मधेपुरा