कचरे की ढेर में मिला नवजात, स्थिति नाजुक
मधेपुरा। आलमनगर सीएचसी परिसर के बाहर कचरे के ढेर में एक नवजात मिला है। कचरे को जला
मधेपुरा। आलमनगर सीएचसी परिसर के बाहर कचरे के ढेर में एक नवजात मिला है। कचरे को जलाया जा रहा था। इसी दौरान बोरे में बंद नवजात के हिलने डुलने से शक हुआ। बोरा खोलने पर उसमें बच्ची मिला। स्थानीय लोगों ने नवजात को सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। बच्ची जल भी गई थी। लेकिन ¨जदा था। तत्काल उसे स्वास्थ्य केंद्र में भती किया गया। आशा कार्यकर्ता नीलम देवी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में हीं कचरा जमा करने वाले गड्ढे में नवजात पाया गया है। बच्चे का इलाज एसएनसीयू में रखकर शुरू कर दिया गया है। जहां बच्ची ¨जदगी व मौत से लड़ रही है। इस बाबत चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर बीके वर्मा ने बताया कि बच्ची की हालत चिन्ता जनक है। चिकित्सक की गठित टीम के द्वारा इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में गुरूवार की रात्रि और शुक्रवार के सुबह तक कुल छह डिलवरी कराया गया है। जांच करने के बाद पता चला कि सभी बच्चा सुरक्षित अपनी मां के पास है। बच्चा कहीं बाहर से लाकर फेंका गया है। वहीं जिन्दा बच्ची के आग की हवाले करने की बात पुरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गया है। बच्ची को देखने के लिए लोगों का हुजूम अस्पताल परिसर में जमा होने हो गया है।
घटना की सूचना मिलते ही जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बच्ची के उपचार और भरण पोषण की पुरा जिम्मेदारी लेने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य पदाधिकारी से सम्पर्क करने लगे हैं। इधर बच्ची कहां से लाकर फेंका गया है इसकी जानकारी नहीं हो पाई है। आम लोगों के बीच चर्चा है कि आखिर कौन मां है जिसने कलेजे के टूकड़े को इस प्रकार फेंक दिया।