अपग्रेड उच्च माध्यमिक विद्यालय मे सुविधाओं का है अभाव
मधेपुरा। कोरोना वैश्विक महामारी के बाद बंद पड़े शिक्षण संस्थानों को चार जनवरी से खोला गया
मधेपुरा। कोरोना वैश्विक महामारी के बाद बंद पड़े शिक्षण संस्थानों को चार जनवरी से खोला गया है। वह भी नौवीं से ऊपर के बच्चों के लिए। कोरोना गाइड लाइन के मुताबिक विद्यालय में 50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति के साथ खोलने की अनुमति मिली है। छात्र को पढ़ाई को लेकर अब खासे उम्मीद जगी है। इसी कड़ी में बुधवार को गम्हरिया पंचायत स्थित उच्च विद्यालय का मुआयना किया तो कुछ छात्र विद्यालय में बने स्मार्ट क्लास में वर्ग शिक्षक पंकज कुमार से पढ़ाई करते दिखे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अजीत कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के बाद पढ़ाई लेकर छात्रों में काफी मायूसी थी। लेकिन अब सरकार ने विद्यालय खोल दिया है तो छात्रों में काफी उम्मीद जगी है। उन्होंने बताया कि पहले यह विद्यालय मध्य विद्यालय था। हाल ही वर्ष 2019 में विद्यालय को अपग्रेड कर उच्च विद्यालय बनाया गया है। विद्यालय खुलने के बाद छात्र- छात्राएं विद्यालय आ रहे हैं।
वर्ग एक से नौवीं तक के 412 छात्रों के लिए हैं आठ शिक्षक विद्यालय में अगर छात्र अनुपात शिक्षकों की स्थिति को देखें तो शिक्षकों की भी कमी है। यहां मात्र आठ शिक्षक ही पदस्थापित हैं। वह भी मध्य विद्यालय स्तर के। उच्च माध्यमिक शिक्षा के लिए एक भी शिक्षक पदस्थापित नहीं है। जबकि नामांकित छात्रों की बात की जाय तो यहां कुल 412 छात्र हैं।
मध्य विद्यालय से वर्ष 2019 में अपग्रेड कर उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाया गया है। परंतु सुविधा का घोर अभाव दिखाई दिया। प्रधानाध्यापक अजीत कुमार ने बताया कि विद्यालय हाल ही बीते वर्ष में मध्य विद्यालय से अपग्रेड कर उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाया गया है। विद्यालय में शिक्षक की कमी है। वर्ग नवम में इस बार नामांकन लिया गया है। उच्च माध्यमिक के शिक्षक की पदस्थापना और समुचित व्यवस्था के साथ बेंच-डेस्क आदि की जरूरत है।
शारीरिक दूरी का पालन कर संचालित हो रहा है क्लास विद्यालय में जो भी छात्र- छात्राएं विद्यालय आ रहे हैं। सभी कोरोना का गाइड लाइन का पालन कर रहें हैं। छात्र मास्क पहनने और शारीरिक दूरी का का पालन कर वर्ग कक्ष में बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
30 प्रतिशत ही बच्चे आ रहे स्कूल
बीते चार जनवरी से 50 प्रतिशत नामांकन के विरुद्ध छात्र उपस्थिति के साथ विद्यालय खोलने की अनुमति मिलने के बाद छात्र विद्यालय आना शुरू कर दिया है। बुधवार को करीब मात्र 30 प्रतिशत छात्र ही उपस्थित थे। जबकि वर्ग नवम में मात्र 49 छात्र नामांकित हैं। कोट हाल ही बीते वर्ष 2019 में मध्य विद्यालय से अपग्रेड कर उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाया गया है। विद्यालय में शिक्षक की कमी है। वर्ग नवम में इस बार 49 छात्रों का नामांकन लिया गया है। उच्च माध्यमिक के शिक्षक की पदस्थापना और समुचित व्यवस्था के साथ बेच-डेस्क आदि की जरूरत है। अजीत कुमार, प्रधानाध्यापक,
उच्च माध्यमिक विद्यालय गम्हरिया (मधेपुरा)