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खाद की हो रही कालाबजारी, शराब की होम डिलीवरी : विधायक

संवाद सूत्र मधेपुरा खाद की किल्लत व कालाबाजारी के खिलाफ एमएसपी को कानूनी जामा देने व कृ

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 07:06 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 07:11 PM (IST)
खाद की हो रही कालाबजारी, शराब की होम डिलीवरी : विधायक
खाद की हो रही कालाबजारी, शराब की होम डिलीवरी : विधायक

संवाद सूत्र, मधेपुरा : खाद की किल्लत व कालाबाजारी के खिलाफ, एमएसपी को कानूनी जामा देने व कृषि ऋण माफ करने आदि मांगों को लेकर बुधवार को महागठबंधन के तत्वावधान में जिला कृषि पदाधिकारी के समक्ष कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।

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धरने पर बैठे महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने की अध्यक्षता किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रकाश कुमार पिटू ने की। मौके पर पूर्व मंत्री सह विधायक प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि खाद को लेकर किसानों में हाहाकार मची है। वहीं, शराब की होम डिलीवरी हो रही है। खाद दुकानों पर किसानों की लाइन लगी हुई है। लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। खाद के अभाव में किसानों की रबी की फसल चौपट हो गया है। अन्नदाता किसानों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मधेपुरा व बिहार को आवश्यकतानुसार खाद आवंटित करना होगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि विरोधी सरकार के खिलाफ आवाज दो कि खाद नहीं तो वोट नहीं। बिहार का कोटा काटकर यूपी और पंजाब खाद देने वाली सरकार को अब जनता को जबाब देना ही होगा। विधायक ने कहा कि देश के कारपोरेट घरानों को सात लाख 55 हजार करोड़ रुपये माफ किया जा सकता है, लेकिन देश के अन्नदाता भगवान का कृषि ऋण माफ नहीं किया जा सकता। इससे यह स्पष्ट है कि सरकार किसान विरोधी है। किसानों का फसल समर्थन मूल्य पर नहीं ली जाती है। किसान अपनी फसल को औने पौने दाम में बेचने को विवश है। सरकार को एमएसपी को कानूनी जामा देना होगा। पिछले दिन तीन कृषि कानून के खिलाफ एक वर्ष तक चले देशव्यापी किसान आंदोलन में 700 से अधिक शहीद किसानों को हम श्रद्धांजलि देते हैं और आंदोलन में भाग लेने वाले किसानों का सलाम करते हैं द्य किसान आंदोलन के सामने मोदी सरकार को घुटना टेकना पड़ा। तीन कृषि कानून वापस लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि आंदोलन की अगली कड़ी में आगामी तीन फरवरी को जिला समाहरणालय पर किसानों का विशाल महापंचायत व धरना आयोजित किया जाएगा। मौके पर राजद नेता रामकृष्ण यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार किसान विरोधी है। द्य

भाकपा माले के जिला संयोजक रामचंद्र दास ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की नहीं कंपनियों की है। कोसी प्रमंडल माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव सह मुखिया ग्राम पंचायत भेलवा परमेश्वरी यादव ने कहा कि खाद की किल्लत और कालाबाजारी दूर नहीं होने पर सरकार को इसका परिणाम भुगतना होगा। कुमारी विनीता भारती ने कहा कि पिछले क़रीब तीन दशकों में कृषि और ग्रामीण भारत में जो दिक़्क़तें बढ़ी है। इससे देश के किसानों में लगातार नारा•ागी बढ़ी है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे भाकपा जिला मंत्री विद्याधर मुखिया ने कहा कि खेती से लगातार कम होती आमदनी, आय के दूसरे विकल्पों का सामने नहीं होना और कामकाज के दूसरे विकल्पों के मुकाबले खेती किसानी की हालत लगातार कमजार होना देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण है। धरना में सुरेश कुमार यादव, संजीव कुमार, विकास कुमार, अमेश यादव, राकेश कुमार, भूषण यादव, पप्पू कुमार यादव, मुकुंद प्रसाद यादव, योगेंद्र राम, राजकुमार उर्फ कारी, दिलखुश कुमार, रवि शंकर कुमार, अरूण कुमार, दीवानी यादव, अमलेश कुमार, अभिनंदन यादव, राजकिशोर यादव, कृत नारायण, ललन मंडल, कृत नारायण रजक, धीरेंद्र यादव, माधव कुमार, राजदीप यादव, वीनीत कुमार, पंकज सिंह, रामदेव यादव, सोफिदर यादव, बम कुमार, राणा यादव, रणधीर कुमार, नंदकिशोर यादव, विकास मंडल मसीहा, सत्यम रीतेश, सुशील सहित अन्य नौजवान व किसान उपस्थित थे।


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