चौसा के वैष्णवी दुर्गा मंदिर में श्रद्धालुओं की हर मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण
मधेपुरा। मुख्यालय अंतर्गत वैष्णवी दुर्गा मंदिर में सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की सारी
मधेपुरा। मुख्यालय अंतर्गत वैष्णवी दुर्गा मंदिर में सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की सारी मुरादें पूरी होती हैं।
57 वर्ष पहले स्थापित किए जाने के बाद से दूर-दूर से यहां पूजा-अर्चना करने के लिए भक्तगण आते हैं। लोगों को मनवांछित फल मिलने के कारण से यह मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। बताते चलें कि 1963 में यहां के तत्कालीन बीडीओ राजेश्वर प्रसाद सिंह मेला देखने के लिए बहदूरा जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में उनकी गाड़ी खराब हो गई थी। इस घटना के बाद उन्होंने स्वप्न में चौसा में खुद को पूजा करते हुए देखा। इस स्वप्न के बाद उन्होंने माता के मंदिर की स्थापित करने की इच्छा प्रकट की। इसके बाद स्थानीय सूरज मल अग्रवाल, लख्खी राम अग्रवाल, हरि पटवे, अविनाश चन्द्र यादव, पंचानन्द भगत, बित्तो यादव, बिंदेश्वरी पासवान, चमकलाल मेहता अन्य लोगों के सहयोग से मंदिर की स्थापना की गई।
कोरोना को ले दो दिवसीय पूजा का आयोजन कोरोना महामारी को ले इस बार सरकार के द्वारा सख्त गाइडलाइंस लागू की गई है। इसको लेकर इस वर्ष दो दिवसीय पूजा का आयोजन किया गया है। मंदिर में आयोजन समिति के द्वारा सैनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था की गई। वहीं माता के दर्शन करने आने वाले भक्तों को मास्क पहने रहने के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जाती है। वहीं एक बार में कम लोगों को प्रवेश दिया जाता है। इससे शारीरिक दूरी का पालन करवाया जा सके।
क्या कहते है पूजा समिति के सदस्य स्थानीय दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष अनिल मुनका, सचिव सूर्य कुमार पटवे, कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम राम अग्रवाल ने बताया कि माता रानी की सच्चे मन एवं भक्ति भाव से पूजा करने वाले सभी भक्तों की मुरादें पूरी होती है। स्थापना के बाद से पांच दशकों में कोसी के विभिन्न इलाकों से माता के दर्शन के लिए भक्तगण पहुंचते हैं। इस वर्ष कोरोना को लेकर विगत वर्ष की तुलना में कम संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कोविड-19 को ले नियमों का पालन करवाने के लिए पूरी तैयारी की गई है। -