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शराब माफियाओं की आंखों में खटकते थे प्रखंड जदयू अध्यक्ष, मार दी गोली

मधेपुरा। शराब माफिया अपने कारोबार में किसी का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं कर सकता। कारोबार

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 05:07 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 05:07 PM (IST)
शराब माफियाओं की आंखों में खटकते थे प्रखंड जदयू अध्यक्ष, मार दी गोली
शराब माफियाओं की आंखों में खटकते थे प्रखंड जदयू अध्यक्ष, मार दी गोली

मधेपुरा। शराब माफिया अपने कारोबार में किसी का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं कर सकता। कारोबार में खलल पर हत्या तक को अंजाम दे रहा है। मंगलवार की रात जोगबनी में गम्हरिया जदयू प्रखंड अध्यक्ष अशोक कुमार यादव उर्फ गरजु की हत्या में भी शराब माफियाओं के हाथ होने की बात कही जा रही है। वह भी क्षेत्र में शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ थे। कई बार पुलिस को सूचना देकर कई लोगों की गिरफ्तारी भी कराई थी। वह शराब कारोबारी की नजर में खटक रहे थे। वहीं राजीनीतिक रूप से भी वे काफी मजबूत थे। दो बार से लगातार जदयू के प्रखंड अध्यक्ष थे। इससे पहले पंचायत समिति सदस्य थे। पुलिस कई बिदुओं पर जांच कर रही है।

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प्रखंड अध्यक्ष के पुत्र अंशु कुमार ने बताया कि मंगलवार की रात उनके पिता श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ठाकुरबाड़ी गए थे। वहां से लौटने के दौरान एक पान की दुकान के पास गांव के लोगों से बातचीत करने लगे। इसी दौरान तीन मोटरसाइकिल सवार छह बदमाशों ने पहुंचकर उनपर गोली चला दी। प्रखंड अध्यक्ष को दो गोली पेट में लगी। ग्रामीणों ने जख्मी हलात में गम्हरिया पीएचसी लाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए सुपौल रेफर कर दिया गया। सुपौल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना की सूचना पर एसपी संजय कुमार ने भी पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली साथ ही जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी की बात कही। स्वजनों ने बताया कि अशोक यादव का किसी से इस प्रकार का विवाद नहीं था कि हत्या कर दी जाए।

बदमाशों पर लगाम लगाने के कारण कर दी गई हत्या अशोक यादव वर्ष 2011 के पंचायत चुनाव में पंचायत समिति सदस्य के रूप में भी चुने गए। उस दौरान प्रखंड की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई थी। उसी दौरान 2015 में जदयू कार्यकर्ताओं की कमान संभाली थी। जदयू प्रखंड अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चयन हुआ। दूसरी बार भी प्रखंड अध्यक्ष पद के लिए चुने गए। जदयू नेता की हत्या की खबर से पूरे प्रखंड में शोक की लहर दौड़ गई है। लोगों का कहना है कि बढ़ते राजनीति कद व बदमाशों पर लगाम लगाने के कारण ही इनकी हत्या हुई है। घटना की जानकारी मिलने पर जदयू जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव, जिला परिषद प्रतिनिधि रविशंकर कुमार पिटू, प्रखंड प्रमुख शशि कुमार, मुखिया श्याम यादव, करमलाल मेहता, अमरेन्द्र यादव, पप्पू झा, संजय यादव, पंसस सदानंद यादव, सरपंच सुरेंद्र यादव प्रमोद यादव, मु. सुभान सहित अन्य लोग पंहुच कर पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधाया। डीएम एसपी पहुंचे घटनास्थल बुधवार को डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी संजय कुमार व एसडीओ वृंदालाल घटनास्थल पर पहुंचे और स्वजनों से पूछताछ की। इस दौरान स्वजनों ने कहा कि प्रखंड अध्यक्ष की किसी से दुश्मनी नहीं थी। हां, शराब माफिया व बदमाशों को वह जरूर खटकते थे। वहीं उनकी राजनीतिक वर्चस्व भी था। स्वजनों ने एक करोड़ का मुआवजा व एक सरकारी नौकरी की मांग की। इस पर डीएम ने कहा कि वह अपने स्तर से इस पर कोई विचार नहीं कर सकते हैं। मुख्यमंत्री स्तर से ही यह निर्णय लिया जा सकता है। हत्यारे की गिरफ्तारी को जल्द गिरफ्तारी के लिए जिला प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा। एसपी संजय कुमार ने कहा कि कुछ लोगों को संदेह के आधार पर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही हत्यारे सलाखों के पीछे होंगे।


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