कागजों पर बना कंटेनमेंट जोन, बढ़ रहा कोराना का खतरा
मधेपुरा। प्रखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। शहर के साथ साथ गांव में भी कोरो
मधेपुरा। प्रखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। शहर के साथ साथ गांव में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज है। नियमित जांच में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। तीव्र गति से संक्रमितो की संख्या में बढ़ोतरी कारण स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बरती जा रही लापरवाही को भी माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि एंटीजन कीट से जांच में पॉजिटिव निकले व्यक्ति खुलेआम सड़क पर घूमते हैं। घर परिवार के सदस्य सहित दोस्तों के साथ घूलमिल कर रहते हैं। जिस वजह से जब तक उक्त व्यक्ति का आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आता है, तबतक वह व्यक्ति कई लोगो में संक्रमण फैला देता हैं। इस लापरवाही की वजह से मुरलीगंज में कोरोना पॉजिटिव की संख्या करीब 30 के पार होने वाली हैं। कोरोना संक्रमण दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है। इस को नियंत्रित करने की कवायद हवा-हवाई ही चल रही है। संक्रमण पर लगाम लगाने को लेकर नगर पंचायत प्रशासन पूरी तरह से खेल कर रहा है। कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए जिले से आदेश तो दे दिए जाते हैं, लेकिन वो सिर्फ कागजों पर ही बनते हैं। किसी भी कंटेनमेंट जोन में न तो बैरिकेडिग ही की गई है न ही सैनिटाइजेशन आदि की कवायद करायी जा रही है। पॉजिटिव मरीज के आसपास के घरों को छोड़े उसी के घर के लोग घरों से बाहर निकल रहे है और संक्रमण फैला रहे है। प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है।
आदेश के बाद भी नहीं बना कंटेनमेंट जोन 18 अप्रैल को चिट्ठी निकलने के बाद भी नही बना कंटेमेंट जोन का नहीं बनना विभागीय लापरवाही को दर्शाता है। मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड संख्या सात एवं चार में एक एक कोरोना संक्रमित मरीज है। कोरोना संक्रमित की पुष्टी होने के बाद वहां कंनटेनमेंट जोन बनाना रहता हैं। जिलाधिकारी द्वारा आदेश भी दे दिया गया। लेकिन अबतक नगर पंचायत प्रशासन इसके प्रति गंभीर नहीं दिखाई देते। नपं प्रशासन की यह लापरवाही लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इस बाबत नपं के टैक्स दारोगा सह बड़ा बाबू गणेश यादव ने बताया कि मुझे अभी तक कोई लिखित आदेश नही मिला हैं।