शहीद कैप्टन का पार्थिव शरीर आज पहुंचेगा गांव
मधेपुरा। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन आशुतोष कुमार
मधेपुरा। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन आशुतोष कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार की सुबह उनके पैतृक गांव परमानपुर जागीर राजकीय सम्मान के साथ पहुंचेगा।
स्वजनों ने बताया कि मंगलवार की देर शाम कैप्टन का पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर से पटना के दानापुर स्थित बिहार रेजिमेंट कैंप लाया गया, जहां से देर रात पार्थिव शरीर सेना के वाहन से परमानपुर जागीर लाया जाएगा। मौत की खबर मिलने के बाद से ही गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोग परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंच रहे हैं। मंगलवार को भी राजद जिला अध्यक्ष जयकांत यादव, पूर्व जहप सदस्य गीता यादव, भाजपा मंडल अध्यक्ष डॉ. हरित कृष्ण सहित अन्य ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इधर दो दिनों से माता-पिता सहित परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है। पिता रविन्द्र यादव बताते हैं कि वह सरस्वती पूजा के बाद घर से जम्मू कश्मीर जाने के लिए घर से विदा हुआ था। लेकिन किसे पता था कि यह उससे अंतिम विदाई होगी। जाने से पहले उसने हंसते-हंसते बोला था पापा-मामी जल्द ही वापस घर आएंगे। यह कहते हुए आशुतोष के के पिता के आंखों से आंसू आ जा रहा है। वो कहते हैं कि दीपावली में ही तो आशुतोष घर आने वाला था। अगले साल कहीं न कहीं उनकी शादी भी होनी थी। लेकिन ईश्वर ने एक ही पल में सभी सपने को तोड़ दिया। प्रशासनिक स्तर पर हो रही तैयारी कैप्टन आशुतोष के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। दो दिनों से परमानपुर गांव में जिला प्रशासन के अधिकारियों का आना जाना लगा हुआ है। सम्मान में कोई कसर न रहे इसके लिए घैलाढ़ सीओ चंदन कुमार खुद देखरेख में लगे हुए हैं।
कैप्टन आशुतोष की पार्थिव शरीर ससम्मान उनके पैतृक गांव लाने के लिए युवाओं ने बेहतर इंतजाम किए हैं। जगह-जगह तोरण द्वार बनाया गया है। वहीं पार्थिव शरीर को जिले के सीमा में पहुंचते ही गाजे बाजे के साथ पुष्प अर्पित करते हुए लाने की विशेष व्यवस्था की गई है।