जलवायु के अनुकूल खेती के लिए जिले में पांच गांवों का होगा चयन
मधेपुरा। जलवायु में असमय हो रहे परिवर्तन को देखते हुए कृषि विभाग अब जलवायु के अनुकूल खेती प
मधेपुरा। जलवायु में असमय हो रहे परिवर्तन को देखते हुए कृषि विभाग अब जलवायु के अनुकूल खेती पर जोर देगा। इसको लेकर कृषि विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। जलवायु के अनुकूल खेती करने को लेकर किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रशिक्षिति किसानों को जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले फसलों नुकसान के भरपाई के बारे में कई अहम जानकारी दी जाएगी।
मालूम हो कि 16 अक्टूबर को मधेपुरा जिले की समीक्षा करने आए कृषि विभाग के सचिव एन श्रवन कुमार ने यह दिशा निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को जारी किया गया। उन्होंने जलवायु के अनुकूल खेती करने को लेकर जिले में पांच गांव का चयन करने का निर्देश दिया है। चयनित गांव के किसानों को जलवायु के अनुकूल खेती करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। किसानों को जागरूक करेगी आत्मा जलवायु के परिवर्तन की वजह से प्रभावित होने वाले कृषि कार्य को देखते हुए कृषि विभाग ने जलवायु के अनुकूल खेती करने पर जोर दिया है। इसके लिए किसानों को जागरूक करने की जिम्मा कृषि विभाग की ओर आत्मा परियोजना और उद्यान विभाग को दिया गया है। दोनों विभाग संयुक्त रूप से अभियान चला किसानों को जलवायु के अनुकूल खेती करने के वैज्ञानिक विधि से अवगत कराएंगे।
औषधीय फसल लगाने का भी मिलेगा प्रशिक्षण मौसम चक्र में हो रहे असमय बदलाव के कारण किसानों को काफी क्षति हो रही है। ऐसे में किसानों को औषधीय फसलों की खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। कृषि विभाग के सचिव ने समीक्षा क्रम में जिले में किसानों के द्वारा किए जा रहे औषधीय फसलों की खेती को लेकर किसानों के प्रयास की सराहना की। वहीं औषधीय फसलों की खेती के लिए अन्य किसानों को भी जोड़ने के लिए मुहिम चलाने को कहा गया।
मौसम चक्र में हो रहे बदलाव के कारण किसानों को काफी नुकसान होता है। किसानों की समस्या को देखते हुए कृषि विभाग जलवायु के अनुकूल खेती करने को लेकर किसानों को प्रेरित करने का मुहिम चलाएगी। कृषि विभाग के इस पहल से निश्चित रूप से किसानों को लाभ मिलेगा।
राजन बालन
जिला कृषि पदाधिाकरी
मधेपुरा