प्रत्याशियों की जीत में बाधा बनेगी जर्जर सड़क
मधेपुरा। प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली निर्माणाधीन एनएच 106 व एसएच 58 मुख्य सड़क की जर्जरता व बदह
मधेपुरा। प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली निर्माणाधीन एनएच 106 व एसएच 58 मुख्य सड़क की जर्जरता व बदहाली चरम पर है।
विकास को लेकर हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए बड़े-बड़े चुनावी वादे तो किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति बदहाल है। जनप्रतनिधि व नेताओं की उदासीनता व निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितता व लूट-खसोट से स्थिति दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है। विधानसभा चुनाव को ले इस बार जर्जर सड़क लोगों के बीच बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। इसको लेकर ग्रामीण सड़क निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता दिखाने वाले उम्मीदवारों के ही पक्ष में मतदान करने का विचार कर रही है। दर्जनों सड़कों की स्थिति है नरकीय
प्रखंड क्षेत्र के एसएच 58 से स्थानीय विधायक के गांव बालाटोल-बलिया से होते हुए मधेली एनएच 106, बालाटोल से बथनाहा, योगीराज से भटौनी-बंशगोपाल होते हुए पुर्णिया जिले के अकबरपुर, एसएच 58 नयाटोला बस स्टैंड चौक से झंडापुर बासा होते हुए एसएच 58 पेट्रोल पंप पुरैनी, गणेशपुर अखाड़ा चौक एसएच 58 से खेरहो, बथनाहा से एनएच 106, पूर्वी औराय से हाई स्कूल सपरदह एनएच 106, पुरैनी से मकदमपुर मोड़, बघरा मोड़ एसएच 58 से मकदमपुर बजरंग बली चौक, आंबेडकर चौक पुरैनी से घनेशपुर, फूलपुर से चंडी स्थान, छब्बूबासा से फेकरारही, कड़ामा एनएच 106 से बासुदेवपुर-बथनाहा- बघवा दियारा होते हुए एसएच 58 पुरैनी-डुमरैल बस स्टैंड चौक, बघरा पुल एसएच 58 से दुर्गापुर, दुर्गापुर से चौसा प्रखंड के घोषई सहित कई अन्य क्षेत्रों से गुजरने वाली सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। जर्जर सड़क को लेकर किसी भी जनप्रतनिधि व विभाग द्वारा किसी प्रकार की पहल नहीं किए जाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश पनप रहा है। हिचकोले खाते हुए गुजरते हैं वाहन प्रखंड क्षेत्र की दर्जनों जर्जर सड़क की स्थिति खस्ता हो चुकी है। इन सड़कों से गुजरने वाले वाहनों में लोग हिचकोले खाते हुए सफर करने को विवश हैं। जगह-जगह बने बड़े-बड़े गड्ढे सड़क की जर्जरता की बदहाली को बताने के लिए काफी है। इन सड़कों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सफर करते हैं, लेकिन सड़क की खराब स्थिति को ले हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। हल्की बारिश के बाद ही सड़क पर बने इन गड्ढों में पानी भर जाने के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। सड़क की खराब स्थिति के कारण बारिश के बाद लोगों को इन पैदल आवाजाही करना मुश्किल हो जाता है। वहीं बारिश के मौसम के अलावा अन्य मौसमों में सड़क पर धूल उड़ने के कारण सड़क पर चलने वाले वाहन दिखाई नहीं पड़ते हैं। इसको लेकर लोगों ने बताया कि इस चुनाव में शीर्ष नेतृत्व को ना देखकर स्थानीय स्तर पर योग्य उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करेंगे। इससे स्थानीय समस्याओं का समाधान हो सके।