उत्तर प्रदेश से आए लोगों को ग्रामीणों ने गांव के बाहर रोका
मधेपुरा। गरीबी से बड़ा कोई बीमारी नहीं। इसका नजारा गुरुवार को देखने को मिला। उत्तर प्रदेश्
मधेपुरा। गरीबी से बड़ा कोई बीमारी नहीं। इसका नजारा गुरुवार को देखने को मिला। उत्तर प्रदेश से 50 लोगों का जत्था आलमनगर पहुंचा। सभी लोग खापुर पंचायत के विभिन्न गांवों के थे। लेकिन ग्रामीणों ने उसे गांव में प्रवेश करने नहीं दिया। बाहर ही रोक लिया। समाज व परिवार की सुरक्षा की दुहाई देते हुए विद्यालय में रहने को कहा। उसके बाद सबको जांच करवाने को कहा। सभी लोग सुबह दस बजे ही पहुंचे थे। लेकिन शाम चार बजे तक स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची न ही अधिकारी की देखने आए। ऐसे में सभी परेशान रहे। इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से विद्यालय के शिक्षक निरंजन कुमार एवं ग्रामीण अमरजीत सिंह, प्रभु नारायण सिंह सरपंच सुधीर सिंह, भोला सिंह, अंबिका सिंह, निर्मल सिंह, बेचन ऋषिदेव, वीरेंद्र सिंह, शिवनेश्वरी सिंह, मिलन सिंह सहित अन्य के सहयोग से भोजन की व्यवस्था कराई गई। जत्थे में शामिल मजदूर मनोज सिंह, रवि कुमार, अरविद साह, नित्यानंद सिंह, गंगा सिंह, विशो साह, नीरज सिंह, सुखदेव साह, रवीन साह सहित अन्य ने बताया कि रास्ते में न ही कोई पानी देने वाला मिला न ही किसी ने खाना दिया। उनलोगों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता था जैसे वे विदेश से आएं हो। उनलोगों ने कहा कि सबसे आहत मन में तब हुआ जब घर पहुंच कर अपने परिवार और बच्चों से मिलने की इच्छा थी लेकिन गांव पहुंचा तो गांव वालों ने गांव नहीं घुसने नहीं दिया। हमलोगों को बीमारी नहीं मार पाएगा। बल्कि लोगों का व्यवहार ही मार डालेगा। सूचना पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि चिकित्सक की टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। लेकिन शाम तक टीम नहीं पहुंची थी।