'हरा घेरा' शहर को बनाएगा प्रदूषणमुक्त
मधेपुरा। हरा घेरा शहर को प्रदूषण मुक्त बनाएगा। शहर के चारों ओर नीम के पेड़ लगाए
मधेपुरा। 'हरा घेरा' शहर को प्रदूषण मुक्त बनाएगा। शहर के चारों ओर नीम के पेड़ लगाए जा रहे हैं। 12 हजार पौधों को स्टॉक किया गया है, जो शहर के चोरों ओर करीब चार किलोमीटर के दायरा में लगाए जा रहे हैं। करीब 2500 पौधे लगाए गए हैं।
इस कार्य का संकल्प समाजसेवी सह भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन के संस्थापक अध्यक्ष चंद्रशेखर कुमार ने लिया है। जिला प्रशासन ने भी इसमें सहयोग दिया है। साथ ही मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी मनीष कुमार को सहयोग के लिए लगाया है। चंद्रशेखर कुमार का कहना है कि पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण से मौसम अनुकूल हो रहा है। बारिश कम हो रही है। ऐसे में पौधारोपण जरूरी है। यही नहीं पेड़ लगने के बाद शहर में करीब 30 प्रतिशत ऑक्सीजन में भी वृद्धि होगी। इस कार्य में उनकी पत्नी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नायडू भी साथ दे रही है। बनाया गया है वाट्सएप ग्रुप पौधारोपण के लिए शहर के बुद्धिजीवि व समाजसेवियों का एक ग्रुप तैयार किया गया है। सभी का नंबर वाट्सएप पर जोड़कर आपस में विचार-विमर्श किया गया है। 12 हजार नीम का पौधा लगाने के लिए 25 दिन का समय तय किया गया है। पौधा शहर के चार किलोमीटर के दायरा में पौधा लगाया जाना है। चंद्रशेखर कुमार कहते हैं कि पौधारोपण करने से फायदा तो है ही। साथ ही नीम का पेड़ तो पर्यावरण को शुद्ध करने के साथ-साथ संरक्षित भी करता है। एक व्यक्ति अगर नीम का दो पत्तियों का सेवन रोजाना करे तो कई बीमारी से मुक्ति पा सकता है। बचपन के विद्यालय की स्थिति देख लिया संकल्प चंद्रशेखर कुमार कहते हैं कि उनकी पढ़ाई रानीगंज के आदर्श मध्य विद्यालय मिर्जापुर में हुई है। जहां वे 1984 से 87 पढ़ाई की थी। पिछले साल किसी कार्य से वे उधर से गुजर रहे थे। अचानक विद्यालय की स्थित देख चकित रह गए। पहले विद्यालय के आसपास काफी हरियाली थी। काफी पेड़ थे। लेकिन वर्तमान समय में पेड़ कट चुके थे। हरियाली गायब। स्थिति देख द्रवित हो उठे। तब उन्हें अपने आवास के आसपास का भी नजारा घूम गया। काफी संख्या में पेड़ों की कटाई हुई है। उसी समय पौधारोपण का संकल्प लिया। जिसे अमलीजामा पहनाया जा रहा है। शहर के चारों ओर 12 हजार नीम के पौधे लगाए जा रहे हैं। इससे पर्यावरण में प्रदूषण कम होगा। 25 दिनों के अंदर पौधे लगा दिए जाएंगे। जिला प्रशासन भी इसमें सहयोग कर रहा है। किसी भी व्यक्ति को अगर पौधे की आवश्यकता हो तो वह उनसे संपर्क कर पौधा प्राप्त भी कर सकते हैं। -चंद्रशेखर कुमार, संस्थापक अध्यक्ष, समाजसेवी सह
भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन