Bihar Crime: बिहार एसटीएफ ने सीआरपीएफ जवान से कुख्यात बने सतीश शर्मा सहित तीन को दबोचा
Bihar Crime 2012 में सतीश ने सीआपीएफ की नौकरी छोड़ हथियार उठा लिया था। शाहपुर पुलिस के मुताबिक एक महिला वार्ड पार्षद के बेटे जितेंद्र अस्थाना की गोली मारकर हत्या के बाद से फरार चल रहा था। लखीसराय में भी एसटीएफ ने दो हथियार तस्करों को गिरफ़तार किया है।
पटना, राज्य ब्यूरो । Bihar Crime: चुनाव के दौरान अपराधियों की धर-पकड़ अभियान के तहत बिहार एसटीएफ को गुरुवार, पांच नवंबर को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने पटना में कुख्यात सतीश शर्मा को दबोच लिया। उसकी गिरफ्तारी पटना के दानापुर इलाके से हुई। सतीश के खिलाफ हत्या, रंगदारी सहित कई मामले दर्ज हैं। दियारा की जमीन और बालू के अवैध धंधे में वर्चस्व स्थापित करने के लिए इसने अपना गिरोह बना रखा है। उधर, लखीसराय में भी एसटीएफ ने दो हथियार तस्करों को दबाेचा है।
पुलिस खंगाल रही कुंडली
पुलिस के अनुसार सतीश शर्मा ने सीआरपीएफ की नौकरी छोड़ हथियार उठा लिया था। एसटीएफ के अनुसार सतीश शर्मा शाहपुर थाना क्षेत्र के गंगहरा का रहने वाला है। सतीश पर हत्या के दो मामले हैं। एक सोनपुर और दूसरा शाहरपुर थाने में दर्ज है। पुलिस को आशंका है कि यह कई अन्य वारदातों में भी शामिल रहा है। सारण और पटना के अन्य थानों से इसके संबंध में जानकारी मांगी गई है।
लखीसराय में भी एक गिरफ्तारी
उधर, एसटीएफ को दूसरी कामयाबी लखीसराय में मिली है। दो हथियार तस्कर पंचम सिंह उर्फ अनु सिंह और नौशाद उर्फ खुर्शीद को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक देसी पिस्टल, दो मैगजीन, चार गोली और दो मोबाइल बरामद किया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। हथियार तस्करी के मामले में ये दोनों पहले भी जेल जा चुके हैं।
कई सालों से था फरार
जानकारी के अनुसार, सतीश शर्मा शाहपुर थाने के गंगहारा गांव का रहने वाला है। 2012 में सीआरपीएफ की नौकरी छोड़ दी थी। शाहपुर थानेदार के मुताबिक गांव आने के बाद इसने आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर दिया था। अगस्त में इसने एक महिला वार्ड पार्षद के बेटे जितेंद्र अस्थाना की गोली मारकर हत्या कर दी थी। तब से ये फरार चल रहा था।