सदर थाना पर हमला मामले में 17 उपद्रवियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मधेपुरा। बुधवार की रात सदर थाना पर हमला करने के मामले में पुलिस ने 17 उपद्रवियों को गिरफ्तार
मधेपुरा। बुधवार की रात सदर थाना पर हमला करने के मामले में पुलिस ने 17 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। जांच में जो भी उपद्रवी पहचान में आएंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि करीब 40 मिनट तक थाना रणक्षेत्र में तब्दील था। छात्रों ने जमकर उत्पात मचाया। कुर्सी-टेबल तोड़ दिया और वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। यहीं नहीं करीब आधा दर्जन पुलिस कर्मियों की पिटाई कर दी। काफी देर तक हंगामा होता रहा। बाद में पुलिस बलों ने पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ दिया।
जानकारी के अनुसार, शहर के पूर्णिया गोला चौक पर अपराध नियंत्रण को लेकर वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान कोचिग संचालक आरपी यादव की मोटरसाइकिल का कागजात नहीं रहने पर चलान काटा जा रहा था। इस दौरान पुलिस के साथ हुए विवाद के बाद आरपी यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना की सूचना मिलने के बाद छात्रों ने कॉलेज चौक पर सड़क जाम कर हंगामा करने लगा। पुलिस के पहुंचने पर सभी लोगों ने जाम तोड़ दिया। उसके बाद सैकड़ों की संख्या में लाठी, डंडा व ईंट-पत्थर लेकर सदर थाना पहुंचकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया। तोड़फोड़ किया।
हंगामा के दौरान थाने में काफी कम संख्या में पुलिसकर्मी थे। कई पुलिस कर्मी तो किसी प्रकार भाग निकले, लेकिन कुछ को पकड़कर छात्रों ने पिटाई कर दी। आधा दर्जन पुलिस कर्मियों को लाठी से पीट कर जख्मी कर दिया, वहीं थाने में लगे वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना की सूचना पाकर पुलिस पदाधिकारी और जवान मौके पर पहुंच उपद्रवियों को खदेड़ा। 150 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज हंगामा व थाना में उपद्रव करने के मामले में 17 उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तार 17 नामजद सहित 150 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार उपद्रवियों को जेल भेज दिया गया है। सदर थाने में दर्ज कराए गए मामले में सहायक अवर निरीक्षक प्रदीप कुमार राय ने बताया कि रात 10 बजे के करीब थाना सिरिस्ता कक्ष में कांड दैनिकी लिख रहे थे। बाहर हल्ला की आवाज सुनकर निकले तो देखा कि 150 लोग अपने हाथ में लाठी, डंडा, ईंट, पत्थर व रॉड लेकर थाना परिसर में पुलिस को गाली-गलौज कर परिसर में खड़ी गाड़ियों, सीसीटीवी कैमरे व अन्य सामान को तोड़ फोड़ कर रहे हैं। जब हमने अन्य सहयोगियों के साथ जाकर तोड़-फोड़ करने से मना किया और थाना परिसर से जाने कहा तो लाठी डंडे और ईंट पत्थरों से पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया। इसमें उनके अलावा पांच अन्य पुलिस कर्मी जख्मी हो गए। फेसबुक पर आरपी यादव ने किया था भड़काउ पोस्ट पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों से ही मालूम हुआ कि रतन कुमार उर्फ राम प्रवेश यादव जो वर्तमान में आनंद बिहार वार्ड संख्या तीन में रहकर कोचिग संचालन करता है। आरपी यादव व उसके भाई ललित कुमार को शाम में पूर्णिया गोला चौक पर बाइक का कागजात नहीं रहने के कारण पुलिस द्वारा रोका गया था। इस पर उनलोगों द्वारा पुलिस के साथ बदसलूकी की गई व मोबाइल फोन से फेसबुक लाइव पर भड़काऊ मैसेज पोस्ट कर दिया। मैसेज को देख उनके कोचिग में पढ़ने वाले छात्र कॉलेज चौक पर सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मौके पर पुलिस पदाधिकारी पहुंच मामले को शांत करवा दिया। पुन: कोचिग संचालक रतन कुमार के नेतृत्व में छात्रों का जत्था सदर थाना पहुंच उपद्रव मचाने लगे। रेंज फाइरिग कर बीरपुर से लौटे थे पुलिसकर्मी बताया गया कि बुधवार को बीरपुर में रेंज फाइरिग के लिए पुलिस पदाधिकारी व कर्मी गए थे। रेंज फाइरिग से लेट से लौटने के बाद सभी अपने डेरा पर थे। उसी समय अचानक थाने में हमला हो गया। उसके बाद सभी लोग थाना पहुंचे थे। थाना स्थित हथियार कक्ष का पुलिस कर्मियों ने दरवाजा बंद कर लिया था।
कोट अपराध नियंत्रण को लेकर पूर्णिया गोला चौक पर चलाए जा रहे वाहन जांच के दौरान एक कोचिग संचालक से कागजात की मांग की गई तो वह पुलिस पदाधिकारी के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और अपने मोबाइल के फेसबुक से भड़काऊ मैसेज पोस्ट कर दिया। इस पर उनके कोचिग में पढ़ने वाले छात्र और असामाजिक तत्व सदर थाना पहुंच कर तोड़-फोड़ करने लगे। इस दौरान आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए। कोचिग संचालक सहित 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जाएगा जांच में जो भी उपद्रवी पहचान में आएंगे। उसे भी इस कांड में शामिल कर जेल भेजा जाएगा। -योगेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक,
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