रेल पटरी को ही लोगों ने बना लिया रास्ता
लखीसराय। कम दूरी तय कर जल्दी घर पहुंचने की जल्दबाजी कभी भी किसी समय हादसे का रूप ले सक
लखीसराय। कम दूरी तय कर जल्दी घर पहुंचने की जल्दबाजी कभी भी किसी समय हादसे का रूप ले सकता है। किऊल और लखीसराय रेलवे स्टेशन के बीच किऊल नदी पर बने नए रेलवे पुल पर जान जोखिम में डालकर लोगों की आवाजाही लगातार जारी है। किऊल रेल पुलिस और आरपीएफ द्वारा सख्त मनाही के बावजूद लोग रेलवे ट्रैक को रास्ता बना लिया है। इससे हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। जानकारी होगी नए रेल पुल पर ट्रेन परिचालन शुरू होने के बाद रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान आधा दर्जन से अधिक लोग चोटिल हो चुके हैं। इसमें दो व्यक्ति रेलवे पुल से सीधे किऊल नदी में जा गिरे हैं जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। बावजूद स्थानीय लोग हादसे से सबक नहीं ले रहे हैं। जानकारी हो कि किऊल और लखीसराय के बीच हजारों की संख्या में लोग रेलवे पुल के रेल पटरी पर पैदल व साइकिल से चलकर दिनभर आवाजाही करते हैं। इसी दौरान ट्रेन का भी परिचालन जारी रहता है। रेलवे पटरी पार करना हमेशा जोखिम भरा हुआ रहता है। बावजूद इसके लोग लापरवाही बरत रहे हैं। जानकारी हो कि नए रेलवे पुल के दोनों किनारे मात्र ढाई से तीन फीट का रास्ता पैदल आने-जाने के लिए बनाया गया है जो काफी संकरा है। इस पुल के रास्ते काफी लोगों की आवाजाही रहने के कारण पुल पर बने रास्ते के बदले लोग रेलवे ट्रैक पर ही पैदल चल कर लखीसराय से किऊल और किऊल से लखीसराय की ओर आते-जाते हैं। खासकर कोचिग पढ़ने वाले कम उम्र के छात्र-छात्रा बेखौफ होकर रेलवे पटरी पर होकर आवाजाही कर रहे हैं। ऐसे में थोड़ी सी चूक कभी भी हादसे का रूप ले सकता है। पिछले दिनों साइकिल सवार एक युवक के पुल के नीचे नदी में गिर जाने के बाद रेल पुलिस द्वारा रेलवे पुल पर पेट्रोलिग शुरू की गई। लोगों को रेलवे ट्रैक पर पैदल चलने से मना किया गया। जब तक रेल पुलिस पुल के पास मौजूद रही तब तक लोग डर से रेलवे ट्रैक के बदले पुल पर बने फुटपाथ के रास्ते आना-जाना किया लेकिन पुलिसकर्मी के हटने के बाद लोगों ने फिर से लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है।