श्रम संसाधन मंत्री के विरोध में सड़क पर उतरे अभाविप कार्यकर्ता
लखीसराय। आर. लाल कॉलेज शासी निकाय द्वारा आय से अधिक व्यय करने एवं इसकी स्वतंत्र इकाई द्वारा
लखीसराय। आर. लाल कॉलेज शासी निकाय द्वारा आय से अधिक व्यय करने एवं इसकी स्वतंत्र इकाई द्वारा जांच नहीं कराने के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को शहर में आक्रोश मार्च निकाला। कॉलेज शासी निकाय के अध्यक्ष सह राज्य के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा निशाने पर रहे। उनके खिलाफ कार्यकर्ताओं ने जमकर अपनी भड़ास निकाली।
अभाविप कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पिछले दिनों मंत्री के सामने जब वे लोग यह मांग रखने कॉलेज पहुंचे थे तो उनके समर्थकों एवं सुरक्षा गार्ड ने मारपीट एवं गाली-गलौज की। इन सबके विरोध में ही सोमवार को आर. लाल कॉलेज से शहीद द्वार तक आक्रोश मार्च निकाला गया। आक्रोश मार्च शहीद द्वार के समीप पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा के विरुद्ध नारेबाजी करते रहे। आक्रोश मार्च का नेतृत्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक विशाल सिंह राजा कर रहे थे।
सभा को संबोधित करते हुए अभाविप के जिला संयोजक ने कहा कि आर. लाल कॉलेज में हुए भ्रष्टाचार को लेकर अभाविप के कार्यकर्ता विगत दो दिसंबर को कॉलेज के सामने शासी निकाय के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान श्रम संसाधन मंत्री के समर्थक एवं सुरक्षा गार्ड ने अभाविप के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट एवं गाली-गलौज की। उन्होंने कहा कि श्रम संसाधन मंत्री द्वारा सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगने तक अभाविप कार्यकर्ताओं का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने आर. लाल कॉलेज के आय-व्यय की ऑडिट विश्वविद्यालय के ऑडिटर से कराने की मांग की है। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने भाजपा की प्रदेश कमेटी से श्रम संसाधन मंत्री को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की भी मांग की है। आक्रोश मार्च में प्रेम, किशन, मनीष, नीरज कुमार, मौसम कुमार, गणेश कुमार, अंकित कुमार, मोनू कुमार, श्रवण, मुरारी, चंदन, दीपक, रिबेल टाइगर आदि शामिल थे। उधर मंत्री सिन्हा ने कहा कि कॉलेज के बर्सर ने आय-व्यय का पूरा ब्योरा सार्वजनिक कर दिया है। कहीं से भी भ्रष्टाचार की बात सामने नहीं आई है। जो लोग सड़क पर हंगामा कर रहे उन्हें शिक्षा और कॉलेज से कोई वास्ता नहीं वे गलत राजनीति के शिकार हैं।