बाजारों में दिख रहा कोरोना संक्रमण का असर
जिलेभर में प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। खासकर शिक्षण संस्थानों में यह राष्ट्रीय पर्व उत्साह के साथ शिक्षक और छात्र मनाते हैं।
संवाद सहयोगी, लखीसराय : जिलेभर में प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। खासकर शिक्षण संस्थानों में यह राष्ट्रीय पर्व उत्साह के साथ शिक्षक और छात्र मनाते हैं। लेकिन, विगत दो वर्षों से कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रीय पर्व पर सिर्फ झंडोत्तोलन की औपचारिकता पूरी की जा रही है। इस बार भी गणतंत्र दिवस पर कोरोना की तीसरी लहर का असर दिख रहा है। सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन ने अगले छह फरवरी तक सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों और कोचिग को बंद रखने के साथ कई पाबंदियां लगा रखी हैं। ऐसे में गणतंत्र दिवस को लेकर जिस तरह बाजारों में रौनक रहती थी। वह रौनक पूरी तरह गायब है।
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झंडा, टोपी, स्टीकर की सज गर्इं दुकानें, ग्राहक नदारद
जिला मुख्यालय सहित जिले के अन्य प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजारों में गणतंत्र दिवस को लेकर दुकानें सज गई है। दुकानों में 15 रुपये से लेकर 200 रुपये तक का कपड़ा का तिरंगा से लेकर गांधी टोपी, तिरंगा टोपी, बैच, स्टीकर, रंगीन कागज सहित अन्य सामान दुकान में मौजूद है। लेकिन बाजार में ग्राहक नहीं है। शहर के नया बाजार में वर्षों से तिरंगा, टोपी और अन्य सामानों की दुकान लगाने वाले दुकानदार दीपक गोस्वामी ने बताया कि कोरोना के कारण शिक्षण संस्थान बंद रहने के कारण बाजार में खरीदार नहीं है। कोचिग भी बंद है छात्र छात्रा बाजार नहीं आ रहे हैं। जिस कारण तिरंगा, टोपी बैच आदि की बिक्री नहीं हो रही है। दुकानदार ने कहा कि जितनी पूंजी लगी है वह भी वापस लौटने की उम्मीद नहीं है
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मिठाई का नहीं मिल रहा आर्डर, दुकानदार परेशान
जिला प्रशासन के आदेशानुसार गणतंत्र दिवस पर झंडोत्तोलन कार्यक्रम में भीड़ नहीं लगेगी। प्रसाद वितरण पर रोक है। ऐसे में मिठाई कारोबार प्रभावित हुआ है। शहर के पुरानी बाजार में मिठाई दुकानदार राजेश कुमार बताते हैं कि अब तक मिठाई का कहीं से आर्डर नहीं मिला है। नया बाजार के मिठाई दुकानदार लल्लू ने बताया कि पर्व से एक दिन पहले जलेबी का आर्डर मिलता है। हमलोग इंतजार कर रहे हैं। डिब्बा बंद मिठाई का आर्डर काफी कम मिल रहा है।