अतिक्रमण हटने के दूसरे ही दिन फिर सजीं मछली की दुकानें
सुबह से ही रोज की तरह मछली व्यवसाय से जुड़े दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें खुले आकाश के नीचे सजाकर दिनभर दुकानदारी की।
संवाद सहयोगी, लखीसराय : शहर के पुरानी बाजार में आदित्य विजन के सामने किऊल नदी किनारे सरकारी भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराने के दूसरे दिन ही शनिवार को फिर से उस भूमि पर मछली और चाय की दुकानें सज गईं। सुबह से ही रोज की तरह मछली व्यवसाय से जुड़े दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें खुले आकाश के नीचे सजाकर दिनभर दुकानदारी की। हालांकि, नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाए जाने का असर फुटपाथ दुकानदारों पर साफ दिख रहा था। अतिक्रमित भूमि पर जेसीबी से ध्वस्त की गई दुकानों के आगे बैठकर कुछ दुकानदार रोजगार छिन जाने पर चिंतित दिखे। अतिक्रमण हटाने के बाद नगर परिषद ने इन दुकानदारों की कोई सुध नहीं ली। दुकानदारों ने बताया कि हमलोग किराया देकर दुकान चलाते थे। नगर परिषद ने दुकान तोड़ दी। जो दुकान का किराया लेते रहे, उन्होंने भी साथ नहीं दिया। ऐसे में हम दुकानदारों के सामने कई समस्या आ गई है। नगर परिषद के प्रशासक और सभापति से मिलकर हम लोग दुकान लगाने के लिए जगह मांगेंगे। एक महिला दुकानदार कुछ दिन पहले ही रुपये खर्च कर झोपड़ीनुमा दुकान बनाई थी। दुकान उजड़ जाने के बाद वह आर्थिक तंगी से जूझ रही है। प्रशासन को हटाने से पहले बसाने की व्यवस्था करनी चाहिए। जानकारी हो कि नगर परिषद लखीसराय क्षेत्र में हजारों निबंधित दुकानदार हैं लेकिन शहर में आजतक वेंडिग जोन नहीं बना है। इस कारण फुटकर विक्रेता जहां-तहां दुकान लगाकर अपना जीवन यापन करते हैं।