कोरोना से बचाव करने में होमियोपैथ चिकित्सा कारगर : डॉ. विनोद पाठक
लखीसराय । कोरोना संक्रमण जानलेवा है। लोगों की लापरवाही से यह संक्रमण फैलता है और फिर
लखीसराय । कोरोना संक्रमण जानलेवा है। लोगों की लापरवाही से यह संक्रमण फैलता है और फिर लोग इसकी चपेट में आकर जान तक गंवा रहे हैं। इस वायरस को मारने के लिए अनेक चिकित्सा पद्धति अपने स्तर से प्रयोग कर रही है। कुछ अनजाने लोग भी अनेक तरह का टिप्स इंटनरेट मीडिया पर साझा करते रहते हैं। आम लोगों को इससे बचना चाहिए। होमियोपैथ चिकित्सक खुटहाडीह निवासी डॉ. विनोद पाठक ने कहा है कि कोरोना से लड़ने वाले लोग चिकित्सक की सलाह के बगैर अपने मन से कुछ न करें। थोड़ी सी लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती है। संक्रमण से बचाव के लिए पौष्टिक आहार ग्रहण करें और समय समय पर डॉक्टर की सलाह से दवा लें। अस्पताल में बेड नहीं मिले तो होम आइसोलेशन में भी इलाज कर सकते हैं। इस दौरान होम्योपैथी दवा भी प्रयोग में लाई जा सकती है। संक्रमण से बचने के लिए अश्वगंधा क्यू हल्का गरम पानी में 20-20 बूंद सुबह शाम तथा आर्सेनिक 30 पांच बूंद एक बार लेना है। इससे शरीर मे इम्युनिटी पावर बढ़ता है। इससे संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है। अगर संक्रमण के लक्षण प्रतीत हों तो अविलंब निकट के अस्पताल में जाकर जांच कराएं। अगर जांच रिपोर्ट संक्रमित आ जाए तो मन के अंदर यह भाव नहीं लाएं। सकारात्मक सोच के साथ घर में आइसोलेट रहना है। अगर बुखार है तो एकोनाइट- 30 दिनभर में दो-दो बूंद तीन बार लेनी है। साथ में ब्रायोनिया-30 भी दो बूंद तीन बार लेना है। अगर बुखार नहीं है केवल खांसी सर्दी है तो ब्रायोनिया -30 दिनभर में दो-दो बूंद तीन बार लेना है। इसके साथ स्टोवेल कफ सिरप एक एक चम्मच तीन बार लेना है। वहीं सुबह में सात से नौ के बीच कम से कम आधा से एक घंटे धूप लें। फेफड़ों की कसरत के लिए खुली हवा में जाकर लंबी-लंबी गहरी सांसें लें और छोड़ें। अदरक, तुलसी, लौंग, काली मिर्च, दालचीनी, गुड़, शहद मिलाकर काढ़ा बनाकर जरूर पीएं। नित्य दिन ताजा और पौष्टिक भोजन करें। खाली पेट बिल्कुल न रहें। शुगर के मरीज खास ख्याल रखें, अपनी शुगर को नियंत्रित रखें। इसके साथ ही भीड़ भाड़ में जाने से बचें। शारीरिक दूरी का पालन करें एवं मास्क जरूर लगाएं।