हुजूर, चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को असामाजिक तत्वों से बचाइए
संवाद सहयोगी लखीसराय बड़हिया रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. विनोद कु
संवाद सहयोगी, लखीसराय : बड़हिया रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. विनोद कुमार सिन्हा के नेतृत्व में सभी चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचकर सिविल सर्जन डा. डीके चौधरी से सुरक्षा की गुहार लगाई है। इसके बाद सिविल सर्जन के साथ रेफरल अस्पताल के सभी चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी डीएम से मिलकर सारी बातों से अवगत कराते हुए कहा कि सुरक्षा की गारंटी के बिना रेफरल अस्पताल के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य ड्यूटी नहीं कर पाएंगे। डीएम से सुरक्षा की गारंटी मिलने के बाद रेफरल अस्पताल के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी करने को राजी हुए। डा. विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि दिसंबर 2020 में पूर्व डाक्टर अशोक कुमार चौधरी ने इंदुपुर की एक महिला का बंध्याकरण किया गया था। बंध्याकरण कराने वाली महिला गर्भधारण कर ली। इसको लेकर संबंधित महिला के स्वजन बुधवार को रेफरल अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ गाली-गलौज की। समझाने का प्रयास करने पर गार्ड रामानुज सिंह के साथ मारपीट कर दी। इस कारण चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी दहशतजदा हैं। इस संबंध में डीएम एवं सिविल सर्जन को आवेदन दिया जा चुका है।
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रेफरल अस्पताल में ड्यूटी नहीं करना चाहते चिकित्सक
बड़हिया रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. वीरेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि छोटी-छोटी बातों को लेकर बड़हिया रेफरल अस्पताल के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ असामाजिक तत्व आए दिन दुर्व्यवहार करता है। यही कारण है कि रेफरल अस्पताल में चिकित्सक रहना नहीं चाहते हैं। एक वर्ष पूर्व असामाजिक तत्वों ने रेफरल अस्पताल बड़हिया के डाक्टर अशोक कुमार चौधरी के साथ दुर्व्यवहार किया था। इससे आहत होकर उन्होंने दिसंबर 20 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। विगत चार वर्ष पूर्व बड़हिया रेफरल अस्पताल में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक शिशु रोग विशेषज्ञ एवं एक बेहोशी के डाक्टर की पदस्थापना की गई थी। तीनों विशेषज्ञ चिकित्सकों ने योगदान भी कर लिया परंतु असामाजिक तत्वों के दुर्व्यवहार से आहत होकर योगदान करने के तीन-चार दिन बाद ही तीनों चिकित्सक रेफरल अस्पताल बड़हिया से चले गए। वर्तमान समय में स्त्री रोग एवं शिशु रोग विशेषज्ञ से इलाज कराने के लिए बड़हिया के लोग लखीसराय एवं बेगूसराय जाने को विवश हैं। कुछ असामाजिक तत्वों का खामियाजा बड़हिया वासियों को भुगतना पड़ रहा है।