बेपरवाह ड्राइ¨वग व हेलमेट नहीं पहनने की आदत ले रही जान
लखीसराय। बेपरवाह ड्राइ¨वग, ओवरटेक, लेन क¨टग, बिना सीट बेल्ट वाहन चलाने और हेलमेट नही
लखीसराय। बेपरवाह ड्राइ¨वग, ओवरटेक, लेन क¨टग, बिना सीट बेल्ट वाहन चलाने और हेलमेट नहीं पहनने की आदत सड़क हादसे का मुख्य कारण है। हेलमेट अभियान और शराबबंदी ने जरूर थोड़ा असर डाला है। लेकिन जिले में सड़क हादसे के आंकड़े भयावह है। जिला अंतर्गत एनएच 80, राजकीय पथ से लेकर मुख्यालय की सड़कों पर ऐसा कोई दिन नहीं होता है। जब सड़क दुर्घटना नहीं होती है। जिसमें सबसे अधिक दुर्घटना के शिकार बाइकर्स होते हैं। जिले के पूरे वर्ष जितने लोगों की आपराधिक घटनाओं में मौत होती है। उससे कहीं ज्यादा हर वर्ष सड़क हादसे में लोगों की असमय मृत्यु हो रही है। जिसमें 15 से 30 वर्ष के युवाओं की संख्या अधिक है। आंकड़ों के अनुसार जिले में हर वर्ष सड़क हादसे में करीब 150 से अधिक लोगों की मौत होती है। तथा सैकड़ों लोग जख्मी होकर अपंग हो जाते हैं। परिवहन नियमों की अनदेखी की यही लापरवाही लोगों को मौत के करीब ले जा रही है। बेलगाम रफ्तार से बाइक व अन्य सवारी वाहन दौड़ाने वाले चालकों में नाबालिग भी स्टेय¨रग थामे दिखते हैं। नजर चुकी-दुर्घटना घटी की कहावत जिले में रोज चरितार्थ हो रही है।
चालक व सवारी सीट बेल्ट का नहीं करते उपयोग
चार पहिया एवं भारी वाहनों में सीट बेल्ट सबसे महत्वपूर्ण एवं प्राथमिक सुरक्षा उपकरण है। सीट बेल्ट पहनने से दुर्घटना के समय आगे बैठने वाले यात्रियों की जान 50 फीसद
एवं पीछे बैठने वाले यात्रियों की जान 75 फीसद तक बच सकती है। लेकिन जिले में इसका पालन नहीं होता है। चालक व सवारी दोनों लापरवाह बने रहते हैं। सुरक्षा की
²ष्टिकोण से कार में यात्रा कर रहे सभी यात्रियों द्वारा सीट बेल्ट बांधी जानी चाहिए। 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कार की पिछली सीट पर ही बैठाना चाहिए। वाहन के
पलटने की स्थिति में सीट बेल्ट चालक को गाड़ी से बाहर नहीं गिरने देती है।
हेलमेट पहनना शान के खिलाफ समझते बाइकर्स
लखीसराय मुख्यालय की सड़कों पर हर रोज हजारों की संख्या में दोपहिया वाहन फर्राटे भरते हैं। सिर्फ लखीसराय जिले में 25,000 से अधिक दोपहिया वाहन का निबंधन
डीटीओ कार्यालय से है। लेकिन 90 फीसद बाइक चालक हेलमेट का उपयोग नहीं करते हैं। खासकर युवा वर्ग के चालक हेलमेट पहनना अपनी शान के खिलाफ समझते हैं।
परिवहन विभाग और जिले के विभिन्न थानों की पुलिस ने हेलमेट जांच के दौरान बीते सितंबर माह में करीब 1,500 बाइकर्स का चालान काटकर करीब ढाई लाख रुपये की राशि
जुर्माना के रूप वसूल की है। हाल यह है कि जांच में पकड़ाए बाइकर्स को जुर्माना भरना मंजूर है, लेकिन हेलमेट न पहनने की मानो कसम खा ली है।
हेलमेट का चुनाव, प्रकार और सुरक्षा केवल उच्च गुणवत्ता वाला
आईएसआई मार्क हेलमेट ही खरीदें। कपड़ों की तरह हेलमेट भी खुद खरीदें और पहनकर सुनिश्चित करें कि आपके सिर में ठीक प्रकार से फिट हो
रहा है। जरूरत के अनुसार फूल फेस बाला हेलमेट सिर के साथ चेहरे को भी सुरक्षा प्रदान करता है। जबकि ओपन फेस हेलमेट दुर्घटना के समय सिर को टकराने से बचाता है।