तंत्र के गण : सीमा के साथ आम नागरिकों की सुरक्षा हुई मुकम्मल
सुरक्षा के लिहाज से अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमा से सटे बिहार के लिए महत्वपूर्ण जिले में शामिल किशनगंज जिला में समय के साथ सुरक्षा व्यवस्था मुकम्मल हुई है।
जागरण संवाददाता, किशनगंज : सुरक्षा के लिहाज से अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमा से सटे बिहार के लिए महत्वपूर्ण जिले में शामिल किशनगंज जिला में समय के साथ सुरक्षा व्यवस्था मुकम्मल हुई है। नेपाल, बांग्लादेश और बंगाल के सीमा पर चौकसी के साथ स्थानीय आम नागरिकों को भी बेहतर सुरक्षा प्रदान की जा रही है। बदलते समय के साथ सीमा के साथ जिला के आम नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था का आधुनिक तरीके से की जाने लगी है। दशकों से भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से वर्ष 2000 में एसएसबी बटालियन को तैनात किया गया जो दो देशों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने में दिन-रात जुटे रहते हैं।
एसएसबी के जवान जिला के टेढ़ागाछ, दिघलबैंक, ठाकुरगंज से गलगलिया तक भारत-नेपाल के सीमा पर तैनात हैं। वहीं एक ओर बांग्लादेश बार्डर के सटे क्षेत्र होने के कारण बीएसएफ का हेडक्वार्टर बना हुआ है जो बांग्लादेश सीमा सुरक्षा की निगरानी करते हैं। समय के साथ बीएसएफ के सुरक्षा में भी कई बदलाव कर आधुनिकीकरण किया गया है। वहीं, आम नागरिकों के सुरक्षा में भी जरूरत पड़ने पर बीएसएफ द्वारा अहम भूमिका निभाई जाती है। इधर जिला के आम नागरिकों की सुरक्षा में किशनगंज जिला पुलिस लगातार जुटी हुई है। किसी तरह की कोई समस्या ना आए और लोग शांति के साथ सुरक्षित तरीके से रहे इसका पूरा ख्याल रखा जाता है। पुलिस विभाग में भी सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए समय के साथ कई बदलाव किए जा रहे हैं। थाना और ओपी की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। लोगों के समस्या के समाधान के लिए सीधे वरीय पुलिस अधिकारी से मिलने, घटना बाद तकनीकी अनुसंधान करने के उपकरण सहित तमाम सुविधाएं बढ़ाई गई है जिससे लोगों की सुरक्षा बेहतर हो सके। सीमावर्ती क्षेत्र के लिहाज से सुरक्षा व्यवस्था काफी दुरुस्त हुआ है।