कोई नहीं हमारा, पगडंडी ही एकमात्र सहारा
किशनगंज। पोठिया प्रखंड के बुढनई पंचायत स्थित प्रधानमंत्री सड़क से महादलित व आदिवासी टोला गंज
किशनगंज। पोठिया प्रखंड के बुढनई पंचायत स्थित प्रधानमंत्री सड़क से महादलित व आदिवासी टोला गंजाबाड़ी होते हुए मुख्य सड़क पर अवस्थित डांगीबस्ती बस स्टैंड को जोड़ने वाली लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी कच्ची सड़क गड्डे में तब्दील हो चुका है। सुखार में तो लोग किसी प्रकार आवागमन कर लेते है, परंतु बरसात के दिनों में सड़क पर चलना दूभर हो जाता है। यही नहीं इसी सड़क से छमेटीया, गंजाबाड़ी, चोरोगद्दी व बाखोनाला आदि गांव के सैकड़ों छात्र-छात्राएं प्रत्येक दिन साइकिल से विद्यालय आना-जाना करते हैं। बरसात में सड़क पर जलजमाव होने से सड़क पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो जाता है। जिससे छात्र-छात्राओं को मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए परेशानियों से जूझना पड़ता है। ग्रामीण मदन लाल हरिजन, तिलकचन्द हरिजन, वार्ड सदस्य नथूनी हरिजन, पंच सदस्य घुरण हरिजन, पूर्व वार्ड सदस्य विमल मुर्मु, कालीचरण टुडू, ठाकुर मुर्मु होपना मुर्मु आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि सरकार के द्वारा भले ही अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कई प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही हो परन्तु यहां इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। जबकि सरकार के द्वारा ऐसे गांवों में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्याें को कराए जाने हैं। बावजूद आजादी के 70 साल बाद भी गांव वालों को मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए एक अदद पक्की सड़क नसीब नहीं हो पाया है। ग्रामीण बताते हैं कि इस सड़क को लेकर कई बार स्थानीय विधायक व सांसद से गुहार भी लगाया है परंतु आज तक इस दिशा मे कोई सकारात्मक पहल नहीं हो सका। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द इस सड़क का पक्कीकरण कराया जाय ताकि आवागमन की सुविधा बहाल हो सके।