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पुलिस संस्मरण दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धांजलि

किशनगंज। ड्यूटी के दौरान कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पु

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 06:07 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:36 PM (IST)
पुलिस संस्मरण दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धांजलि
पुलिस संस्मरण दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धांजलि

किशनगंज। ड्यूटी के दौरान कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। सोमवार को पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर पूर्णिया प्रक्षेत्र के आइजी विनोद कुमार, एसपी कुमार आशीष सहित सभी पुलिस पदाधिकारियों और जवानों ने शहीद हुए 292 कर्मियों को अश्रुपूरित नेत्रों से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीदों की याद में दो मिनट के लिए मौन रखा

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इस मौके पर आइजी विनोद कुमार ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राष्ट्र उनकी शहादत को कभी नहीं भूल पाएगा। हमें सभी 292 शहीदों के साथ बिहार के सात पुलिस कर्मियों की कुर्बानी को सदा याद रखना चाहिए। वहीं एसपी कुमार आशीष ने जिला पुलिस बल में तैनात शहीद हवलदार विश्वा उरांव और पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह सहित एसआइ रतन कुमार चौधरी, मिथिलेश कुमार साह, सिपाही मुकेश कुमार, प्रभाकर राज और मो. फारूख आलम की शहादत को याद करते हुए कहा कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी। हमें उनकी शहादत को सदा याद रखने और उनसे सीख लेने की जरूरत है।

बताते चलें कि पुलिस संस्मरण दिवस सीआरपीएफ के 10 जवानों की बहादुरी के सम्मान में मनाया जाता है। 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्पग नामक स्थान पर सीआरपीएफ के छोटे गश्ती दल पर चीनी सैनिकों ने घात लगाकर हमला किया था। काफी कम संख्या होने के बावजूद जवानों ने चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया था। इस दौरान सीआरपीएफ के 10 जवान बहादुरी के साथ लड़ते हुए शहीद हो गए थे। जिसमें नौ शहीद जवान रांची के रहने वाले थे। 1961 के पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया था कि उनके सम्मान में प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर एसडीपीओ डॉ. अखिलेश कुमार, इंस्पेक्टर मेराज हुसैन, जिकरूल्लाह खान, सुबेदार कृत्यानंद मांझी, सरफराज सिद्धिकी, सुमित कुमार, राजू कुमार, चंदन कुमार सिंह, सुमित कुमार, हिमांशु शेखर सहित कई अन्य पुलिस कर्मी उपस्थित थे।

--पराक्रम-

-सीआरपीएफ के 10 जवान बहादुरी के साथ लड़ते हुए हो गए थे शहीद

इन्हीं 10 जवानों की बहादुरी को प्रत्येक वर्ष किया जाता है याद

-लद्दाख के हॉट स्पग नामक स्थान पर थे तैनात थे जवान

-सीआरपीएफ के छोटे गश्ती दल पर चीनी सैनिकों ने बोला था हमला

-काफी कम संख्या होने के बावजूद जवानों ने दिया था मुंहतोड़ जवाब


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