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नेपाल सीमा पर अवस्थित है चुरली पंचायत

किशनगंज । प्रखंड का चुरली पंचायत पश्चिम दिशा में नेपाल और पूरब में नगर पंचायत ठाकुरगंज व

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 11:32 PM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 11:32 PM (IST)
नेपाल सीमा पर अवस्थित है चुरली पंचायत
नेपाल सीमा पर अवस्थित है चुरली पंचायत

किशनगंज । प्रखंड का चुरली पंचायत पश्चिम दिशा में नेपाल और पूरब में नगर पंचायत ठाकुरगंज व कनकपुर पंचायत की सीमा से सटी हुई है। चुरली पंचायत में जहां एसएसबी 19 वीं बटालियन मुख्यालय ठाकुरगंज के लिए भूमि अधिग्रहण कर आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए फंड के इंतजार में है। वहीं पंचायत के गोथरा मौजा में 220/132/33 केवीए पावर ग्रिड के निर्माण के लिए भूमि का चयन कर आगे का कार्य किया जा रहा है। चुरली पंचायत में भारत सरकार की दूरभाष एक्सचेंज भी संचालित है। चुरली पंचायत में भारत- नेपाल बॉर्डर में तैनात एसएसबी की सात बीओपी पाठामारी, नावडुबा, झाला यादव टोला,झालावस्ती, तबलभिट्ठा,खटखटी एवं ़कुर्लिकोर्ट हैं जिससे पंचायत की अतिरिक्त सुरक्षा भी हो जाती है। कुर्लिकोर्ट एसएसबी कैंप से पिपरीथान तक, रहीमनगर पाठामारी से धोबीभिट्ठा गांव तक, खेकिबस्ती से खटखटी एसएसबी कैंप तक तथा तबलभिट्ठा मस्जिद से बिरनाबाड़ी गांव तक कच्ची सड़कों का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। पंचायत के बिरनाबाड़ी कब्रिस्तान की घेराबंदी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से की गई है पर धोबीभिट्ठा एवं भैंसलोटी कब्रिस्तान की घेराबंदी का कार्य नहीं किया गया है। पंचायत के नेपाल सीमा में मेची नदी के किनारे से इंडो- नेपाल सड़क गुजरी है। इस सड़क के निर्माण होने से मेची नदी के उफान से हर वर्ष पंचायत के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ जाते थे,सड़क के बनने से बाढ़ से लोगों को राहत मिली है साथ ही नदी के कटाव से भी निजात मिली है। ---------------- - चुरली पंचायत में पशु चिकित्सालय नहीं होने से पशुपालकों को ठाकुरगंज नगर स्थित पशु चिकित्सालय पर निर्भर रहना पड़ता है। इस वजह से पशुपालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। - पंचायत में एक ही उपस्वास्थ्य केंद्र झाला गांव में अवस्थित है। यहां डॉक्टर तो दूर की बात एएनएम की झांकी ग्रामीणों को नहीं दिखाई देती है। जिस कारण ग्रामीणों को पंचायत में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। - स्टेट बॉडिग संचालित है लेकिन आवासीय क्षेत्र में स्थापित होने के कारण इसका अधिक से अधिक प्रयोग किसान उठा नहीं पाते हैं। - पंचायत में हर घर नल का योजना का काफी बुरा हाल है। पंचायत वासियों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने की सरकार का यह प्रयास असफल साबित हो रहा है। अब तक मात्र 25 फीसद ही कार्य हो पाया है। - पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य भैंसलोटी गांव में चल रहा है। एक करोड़ से अधिक की लागत से पंचायत सरकार भवन बनाया जा रहा है। इसका निर्माण हो जाने पर पंचायत वासियों को लाभ मिल सकेगा। - बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड द्वारा उत्क्रमित उच्च विद्यालय लोधा में भवन निर्माण कार्य वर्ष 2014 से लंबित है। सात वर्षों में भी अब तक विद्यालय भवन का निर्माण पूर्ण नहीं होने से नौवीं व दसवीं वर्ग के विद्यार्थियों पठन पाठन कार्य मे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। - ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा पंचायत में दर्जनभर से अधिक पक्की सड़कों का निर्माण कराया गया है। कई सड़कों का निर्माण कार्य चल भी रहा हैं बावजूद कई कच्ची सड़कें अब भी उद्धारक की बाट जोह रहा है। ----------------- मुखिया का दावा - मुखिया राजीव कुमार पासवान बताते हैं कि उनके पांच साल के कार्यकाल में चुरली पंचायत में सरकार द्वारा आबंटित शत प्रतिशत राशि का पारदर्शिता के साथ खर्च किया गया। पंचम वित्त आयोग से सात लाख, 14वीं वित्त आयोग से 12 लाख, मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से 2.20 करोड़ तथा मनरेगा योजना से करीब दो करोड़ राशि खर्च कर पंचायत को विकसित किया गया। मनरेगा के तहत सड़क, पुल-पुलिया, गाय व बकरी शेड का निर्माण, पौधारोपण तथा निजी व सरकारी तालाब की खोदाई कार्य कराए गए हैं। 600 जरूरतमंद व बेसहारा लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना से, 900 वृद्धा व विधवा महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 2000 से अधिक लोगों का नया राशन कार्ड बनाया गया है। सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत कबीर अंत्योष्टि योजना में 200 तथा पारिवारिक लाभ योजना से 150 लोग लाभान्वित हुए हैं। भैंसलोटी गांव के समीप 25 एकड़ अधिग्रहित भूमि पर एसएसबी 19 वीं बटालियन मुख्यालय के बनने से पंचायत सहित प्रखंड में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, जिससे स्थानीय लोगों को आर्थिक विकास होगा। ------------------ ग्रामीणों की राय - - वर्तमान मुखिया राजीव कुमार पासवान का पांच साल का कार्यकाल काफी सराहनीय रहा है। ग्रामीणों से समन्वय स्थापित कर पंचायत का विकास किया गया। पंचायत स्तर पर बेहतर कार्य हुए हैं लेकिन पंचायत की कई कच्ची सड़कें हैं जिसे ग्रामीण कार्य विभाग या अन्य विभागों से बनाए जाने की आवश्यकता है। सरकार की जल नल योजना के लाभ से पंचायतवासी वंचित हैं। जल नल योजना से लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए जनप्रतिनिधियों एवं संबंधित विभाग को आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। - विजय महासेठ। - पंचायत स्तर पर पंचायत को आबंटित राशि को पूरी पारदर्शिता के साथ कार्यों की उपयोगिता के हिसाब से राशि खर्च की गई है। सरकार के द्वारा पंचायत में न तो लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा उपलब्ध है और न पशुओं चिकित्सा के लिए पशु चिकित्सालय है। पंचायत स्तर से ऊपर के जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि पंचायत में लोगों एवं पशुओं के चिकित्सीय सुविधा के लिए कारगर कदम उठाएं। पंचायत में साक्षरता दर बढ़ाना एक चुनौती के रूप में लिया गया था, जिसमें कुछ हद तक सफलता मिली है। पंचायत के गोथरा मौजा में पावर ग्रिड की स्थापना होने से पंचायतवासियों को लाभ मिलेगा। - मो. मोकिम। --------------- युवाओं के सपने - पंचायत में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार समेत सभी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। इसके लिए पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों के अलावा विधायक, सांसद और प्रशासनिक पदाधिकारियों को कारगर कदम उठाने की जरूरत है। खासकर किसानों के लिए सिचाई, आमजनों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा व युवाओं के रोजगार संबंधित उद्योग लगाए जाने चाहिए। - रणधीर कुमार सिंह। - कृषि प्रधान जिले के ठाकुरगंज इलाके में चाय, अनानास, काली मिर्च, जूट, मक्का, तेजपत्ता जैसी नगदी फसल उगाए जाते हैं। चुरली पंचायत के किसान भी बड़ी पैमाने पर चाय, अनानास, काली मिर्च आदी की खेती कर रहे हैं। इसके लिए फूड प्रोसेसिग प्लांट लगाने जाएं तो युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। शिक्षा, स्वास्थ्य व पेयजल की बेहतर व्यवस्था हो। - सूरज कुमार गुप्ता।

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