इस पंचायत में अजब-गजब, नदी के इस पार मिलता है चावल, उस पार मिलती है दाल
बिहार के इस पंचायत में अजब-गजब मामला सामने आया है जिससे यहां के निवासी काफी परेशान हैं। नदी के इस पार उन्हें चावल मिलता है दो दूसरी तरफ उन्हें दाल मिलता है। जानिए वजह...
किशनगंज, जेएनएन। नदी के इस पार चावल और उस पार दाल बंटवाने का प्रशासनिक आदेश लाभुकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। लोगों को एक किलोग्राम दाल लेने के लिए नदी पार कर पांच किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। यह व्यथा पोठिया प्रखंड की कोल्था पंचायत के लोगों की है। अधिकारियों का कहना है कि जल्दबाजी में ऐसा हो गया।
कोल्था पंचायत को दो पाटों में बांट रही डोक नदी के इस पार के 900 परिवारों को खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। कुसियारबाड़ी, सिमलबाड़ी, गुआबाड़ी, कटहलबाड़ी व नन्हाकुड़ी के लोगों को चावल उठाव के लिए छत्तरगाछ पंचायत के अठियाबाड़ी जनवितरण प्रणाली दुकान से टैग किया गया है और दाल के लिए 900 में से 658 कार्डधारकों को कोल्था पंचायत की मरिया जनवितरण प्रणाली दुकान से। इनमें से लगभग 100 परिवारों को नदी के उस पार दाल लेने के लिए जाना होता है।
मरिया जाने के लिए लोगों को नाव व चचरी पुल के सहारे डोक नदी पार कर जाना होगा। नदी पार कर दाल लेने के लिए जाने में लोग कतराने लगे हैं। पूर्व में कुसियारबाड़ी पैक्स के माध्यम से खाद्यान्न वितरण किया जाता था, जिस कारण ऐसी परेशानी नहीं होती थी।
गेहूं खरीदारी को लेकर फिलहाल पैक्स को खाद्यान्न वितरण से अलग रखा गया है। रहीसउद्दीन, मु. आलम, इफ्तखार आलम व मु. जुनैद आदि बताते हैं कि किलो दाल के लिए नाव से डोक नदी पार कर पांच किलोमीटर की दूरी तय कर जाना मुनासिब नहीं लगता है। इस महीने से मानसून आने की संभावना है। ऐसे में नदी पार करना जान जोखिम में डालने के समान है।
पोठिया के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अमित कुमार ने कहा कि दाल के आवंटन को लेकर डीलर से कार्डों की संख्या संबंधित डिटेल मांगा गया था। जल्दबाजी में डीलरों द्वारा यह इनपुट ठीक से नहीं दिया गया। इस कारण समस्या उत्पन्न हुई है। 70-80 कार्डधारकों को नदी की वजह से परेशानी हुई है। इसमें सुधार कर लिया गया है। अगले महीने से व्यवस्था ठीक हो जाएगी।