शिक्षकों की समस्याओं को लेकर पूर्व विधायक को सौंपा ज्ञापन
अप्रशिक्षित शिक्षकों के समस्याओं को लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला इकाई द्वारा मंगलवार को पूर्व विधायक सह प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम को ज्ञापन सौंपा।
संवाद सहयोगी, किशनगंज : अप्रशिक्षित शिक्षकों के समस्याओं को लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला इकाई द्वारा मंगलवार को पूर्व विधायक सह प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद संघ के जिलाध्यक्ष रागीबुर्रहमान ने बताया कि विभिन्न चरणों में शिक्षकों को प्रशिक्षित कराया गया।
उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम इग्नू के माध्यम से उसके उपरांत एससीइआरटी और ओडीएल के माध्यम से भी प्रशिक्षण कराया गया। इसी बीच केंद्र सरकार के नई गाइडलाइन आने के बाद की 31 मार्च 2019 के उपरांत एक भी अप्रशिक्षित शिक्षक नहीं रहेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने एनआइओएस कोर्स द्वारा 18 माह में प्रशिक्षण करा कर लाखों शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। इसी बीच बिहार सरकार द्वारा कई चरणों में शिक्षकों का प्रशिक्षण भी प्रारंभ था। 2007-08 में बहाल शिक्षकों को 2013 में प्रशिक्षण प्रारंभ करवाया गया। परीक्षा लेते लेते उन शिक्षकों को 2019 तक पहुंचा दिया और केंद्र के गाइडलाइन के दबाव में आकर आनन-फानन में परीक्षाफल प्रकाशन किया। जिसमें किशनगंज जिला के 108 शिक्षक सहित सूबे के लगभग चार हजार शिक्षक अप्रशिक्षित रह गए।
केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2019 के उपरांत भी एनआइओएस द्वारा जो शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। उक्त संस्था से जो शिक्षक प्रशिक्षण में किसी विषय में असफल हो गए। उनके लिए तीन बार पूरक परीक्षा का आयोजन किया है। लेकिन राज्य सरकार ने आज तक एससीइआरटी से 31 मार्च 2019 को फेल हुए शिक्षकों के लिए एक भी पूरक परीक्षा का आयोजन नहीं किया। राज्य सरकार द्वारा नियोजित शिक्षकों के लिए पूरक परीक्षा का आयोजन नहीं कर रही है। साथ ही इन शिक्षकों को ग्रेस देकर पास भी नहीं कर रहे हैं। पिछले 15 माह से अप्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन बंद है। ऐसे में शिक्षक वेतन के अभाव में अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने कहा कि नियेाजित शिक्षकों के आवेदन को मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को दूंगा।