इंडो-नेपाल बॉर्डर रोड के निर्माण में आई तेजी
किशनगंज। इंडो-नेपाल बॉर्डर किनारे बनाए जा रहे बॉर्डर रोड का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर
किशनगंज। इंडो-नेपाल बॉर्डर किनारे बनाए जा रहे बॉर्डर रोड का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। किशगनंज जिले की सीमा के अंदर लगभग 80 किमी की लंबाई में बनने वाली इस सड़क का निर्माण टेढ़ागाछ प्रखंड के पिलटोला बीओपी से लेकर ठाकुरगंज प्रखंड के गलगलिया बीओपी तक किया जाना है। पांच-पांच किमी का फेजवाइज निर्माण कराया जा रहा है। जिसके तहत करीब 10 किलोमीटर की दूरी तक सड़क पक्कीकरण के लिए तैयार हो चुका है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार करीब दस किलोमीटर की दूरी तक नॉन बिटुमिनस कार्य पूर्ण हो चुका है। दो सप्ताह के भीतर पक्कीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पहले 5 किलोमीटर तक की दूरी के लिए बिटुमिनस कार्य शुरू किया जाएगा, इसके बाद चरणबद्ध रूप से पुन: अगले 5 किलोमीटर की दूरी के लिए पक्कीकरण का कार्य कराया जाएगा। किशनगंज जिले में करीब 80 किलोमीटर सीमा सड़क का निर्माण कराया जाना है। इस लिहाज से अगले माह तक शेष बचे भाग के नॉन बिटुमिनस कार्य पूरा होने की संभावना है। फिलहाल जियापोखर के समीप सुरीभिट्ठा से होकर गुजर रही सीमा सड़क के पास नॉन बिटुमिनस कार्य पूरा हो गया है। हालांकि अभी पुलों के अप्रोच पथ भी पूरी तरह कंप्लीट नहीं हुए हैं।
विदित हो कि 2013 में ही इस सड़क परियोजना की आधारशिला रखी गई थी और जून 2020 में इसे पूर्ण किया जाना है। किशनगंज जिले में 79.5 किमी के दायरे में इस सड़क का निर्माण कराया जाएगा। इस परियोजना में पथ निर्माण विभाग, बिहार सरकार नोडल एजेंसी के रूप में सहयोग कर रही है। बताया जाता है कि सीमावर्ती क्षेत्रों के चतुर्दिक विकास में इस प्रोजेक्ट की काफी अहम भूमिका होगी। पूरे बिहार में इस प्रोजेक्ट के तहत करीब 552 किमी सड़क का निर्माण होना है, जिसके लिए करीब 4964 करोड़ का कुल बजटीय प्रावधान किया गया है।
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कोट - इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क पर दो सप्ताह के भीतर पक्कीकरण का कार्य शुरू जाएगा। विभाग लगातार कार्य पर निगरानी रख रही है। इस महती परियोजना के तय सीमा में कार्य पूर्ण करने को लेकर विभाग तत्पर है। - नंद लाल बैठा, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग।
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