अब कॉलेजों में बायोमिट्रिक सिस्टम से ली जाएगी छात्रों की उपस्थिति
पूर्णिया विश्वविद्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी अंगीभूत एव
पूर्णिया विश्वविद्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य की बैठक सोमवार को कुलपति प्रो. राजेश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में वीसी ने सत्र 2019-20 में स्नातक प्रथम खंड में ऑनलाइन नामांकन पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि सूबे का यह पहला विश्वविद्यालय है। जहां स्नातक कक्षाओं में नामांकन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। प्रधानाचार्यों के प्रस्ताव को ध्यान में रखते हुए उन्हें तीनों संकाय (कला, विज्ञान एवं वाणिज्य) में नामाकंन की अनुमति दी गई। बहुत जल्द जिन अंगीभूत महाविद्यालयों में आधारभूत संरचना उपलब्ध है। उन महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू की जाएगी।
राजभवन के निर्देश के तहत सभी महाविद्यालयों को नैक से मूल्यांकन कराना अनिवार्य होगा। अंगीभूत महाविद्यालयों को प्राथमिकता के आधार पर यह कार्य कराना होगा। ऐसे संबद्ध महाविद्यालय जो नैक से मूल्यांकन कराने को इच्छुक हैं, उन्हें विश्वविद्यालय स्तर से हर संभव सुविधा प्रदान की जाएगी। अगले सत्र से सभी महाविद्यालयों को अपने शिक्षकेत्तर कर्मियों के साथ ही विद्यार्थियों की उपस्थिति भी बायोमिट्रिक पद्धति से बनवाने की प्रक्रिया सुनिश्चित करना होगा। इस उपस्थिति विवरणी को 15 दिनों के अंतराल पर विश्वविद्यालय को उपलब्ध करवाना होगा। सभी महाविद्यालयों में हेल्प-डेस्क, मोबाइल एवं ईमेल को चालू कर दिया गया है। सभी हेल्प-लाइन नंबर पूर्णिया विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अविलंब उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इस दौरान मुख्य रूप से प्रतिकुलपति प्रो. राजनाथ यादव, कुलसचिव कर्नल जितेन्द्र भारद्वाज, अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. पवन कुमार झा, विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. बीएन पांडे, गौरी कांत झा, डॉ. टीएन झा, सीसीडीसी डॉ एसके सुमन, महाविद्यालय निरीक्षक (विज्ञान) डॉ. संजीव कुमार सिंह सहित स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष और प्रधानाचार्य गण उपस्थित थे।