बाइक लूट के आरोपित जाकिर के ससुराल में हुई थानाध्यक्ष की हत्या
किशनगंज। गैराज संचालक मुश्फिक आलम की बाइक लूट मामले में चिन्हित किए गए छगलिया (किशनगंज)
किशनगंज। गैराज संचालक मुश्फिक आलम की बाइक लूट मामले में चिन्हित किए गए छगलिया (किशनगंज) निवासी मो. जाकिर के ससुराल में छापेमारी के दौरान थानाध्यक्ष की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। इस मामले में जाकिर की सास सहीनुर व इनके दो बेटे फिरोज आलम व अबुजार आलम को गिरफ्तार कर लिया गया है। मॉब लिचिग से बेखबर पुलिस की एक चूक पर उसपर भारी पड़ गई। अंदेशा जताया जा रहा है कि पुलिस टीम की छापेमारी की भनक आरोपितों को पहले ही मिल चुकी थी। इसलिए हमले की तैयारी पहले से थी।
लूटी गई बाइक के मालिक मुश्फिक आलम ने ही मो. जाकिर की पहचान की थी। इसके आधार पर पुलिस पहले जाकिर के घर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान जाकिर की पत्नी और बेटे ने पनतापाड़ा (पश्चिम बंगाल) स्थित ससुराल में उसके होने की बात कही। इसके बाद पुलिस जाकिर के बेटे को साथ लेकर पनतापाड़ा रवाना हो गई। अंदेशा जताया जा रहा है कि जाकिर की पत्नी व घर वालों ने इस बीच पुलिस की कार्रवाई की सूचना उसे दे दी। यही वजह है कि जब छगलिया से वापस टाउन थाना पहुंचकर पुलिस टीम पनतापाड़ा रवाना हुई तब तक उसके परिवार वालों को इसकी भनक लग चुकी थी।
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निहत्था देख थानाध्यक्ष पर भीड़ ने किया हमला
संवाद सहयोगी, किशनगंज : टाउन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार शुक्रवार देर रात को घटित बाइक लूट की घटना को लेकर पीड़ित के साथ जगह-जगह छापेमारी करने निकले थे। इसी क्रम में पीड़ित की निशानदेही पर टाउन थानाध्यक्ष और सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम पश्चिम बंगाल के पनतापाड़ा गांव पहुंची। पुलिस टीम में दो पदाधिकारी सहित कुल आठ पुलिसकर्मी शामिल थे। इस दौरान पुलिस टीम ने पांजीपाड़ा पुलिस को घटना की जानकारी देते हुए सहयोग की मांग की। बंगाल पुलिस से उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। नतीजतन किशनगंज पुलिस के पनतापाड़ा गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। ग्रामीणों ने पुलिस की मुखबिरी करने के आरोप में एक युवक को बंधक बना लिया और उसकी पिटाई कर दी। पुलिस टीम जब युवक को बचाने के लिए आगे बढ़ी तो ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर ही हमला बोल दिया। जिससे मजबूरन टीम को पीछे हटना पड़ा। इस बीच ग्रामीणों ने निहत्थे थानाध्यक्ष की बेरहमी से पिटाई कर दी। जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष का सरकारी व निजी मोबाइल भी छीन लिया। जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया।