बिहार परिवहन की बस उद्घाटन के दो दिन बाद ही हो गई खड़ी
किशनगंज विधायक इजहारूल हुसैन की यह एक महत्वाकांक्षी योजना थी जिसके तहत बिहार-बंगाल की सीमा से जिला मुख्यालय को जोड़ने की कवायद थी।
संवाद सूत्र, पोठिया (किशनगंज) : बिहार पथ परिवहन निगम की बस अपने उद्घाटन के दो दिन बाद ही बंद हो गई। किशनगंज विधायक इजहारूल हुसैन की यह एक महत्वाकांक्षी योजना थी जिसके तहत बिहार-बंगाल की सीमा से जिला मुख्यालय को जोड़ने की कवायद थी। 22 दिसंबर को इस पथ परिवहन निगम की बस को स्वयं हरी झंडी दिखाकर विधायक तथा पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय मैनेजर ने रवाना किया था। लेकिन उद्घाटन के दो दिन बाद ही यह बस सेवा बंद हो गई।
इस बाबत पथ परिवहन निगम के अधिकारियों की मानें तो बिहार बंगाल की सीमा मदरसा हाथ से कुसियारी, नौकट्टा, पोठिया, खजुरबाड़ी, बलदियाहाट, दामलबाड़ी, बेलवा के रास्ते तकरीबन लगभग 55 किलोमीटर के इस रास्ते में जगह-जगह सड़क किनारे अतिक्रमण रहने के कारण बस सेवा को बंद करना पड़ा। बताया जाता है कि 55 किलोमीटर के इस रास्ते में मदरसा हाट से लेकर दामलबाड़ी तक कई जगह इस प्रधानमंत्री सड़क पथ किनारे दुकानें, हाट तथा सटाकर घर बने होने के कारण परिवहन निगम के सामने समस्या उत्पन्न हुई और फिर विभाग ने बस चलाने में असमर्थता जताई। आवाजाही समस्या के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में यात्रियों का नहीं मिलना भी बस बंद करने की दूसरी वजह रही। बिहार पथ परिवहन निगम की यह बस को मदरसा हाट से किशनगंज तक तीन दफा फेरा लगाना था तो साथ ही साथ भीड़ जुटने के बाद और भी दो बसें चलाने का भी प्रस्ताव इस पथ पर किया गया था। लेकिन अतिक्रमण ने विधायक के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर पानी फेर दिया और अब बस भी बंद हो चुकी है।